आगरा। केंद्र सरकार के कृषि बिलों के विरोध में किसानों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। जिसका मिलाजुला असर आगरा शहर में देखने को मिल रहा है। आगरा शहर में वाहनों का आवागमन जारी है तो वहीं बाजार भी खुले हुए हैं लेकिन विपक्षी दलों ने किसानों के इस प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए मोर्चा खोल रखा है। किसानों और विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने आगरा जिले में सेक्टर स्कीम लागू कर दी तो वहीं विपक्षी दलों के बड़े नेताओं पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
मंगलवार सुबह जैसे ही भारत बंद आंदोलन की शुरुआत हुई तो किसानों और विपक्षी दलों के बड़े नेताओं के घर पर पुलिस जा पहुंचे और उन्हें नजरबंद कर दिया। इस आंदोलन को समाजवादी पार्टी भी पूरी तरह से धार देने में लगी हुई है। इसीलिए सुबह होते ही सपा के जिला अध्यक्ष रामगोपाल बघेल के आवास पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया और उन्हें नजरबंद कर दिया गया तो वहीं सपा के जिला कार्यालय पर भी यही स्थिति देखने को मिली।
एत्मादपुर में किसान और सपा के बड़े नेता तेजपाल यादव को भी पुलिस ने नजरबंद किया और वह सड़कों पर भारत बंद को सफल बनाने के लिए निकले, इस दौरान पुलिस से भी उनकी झड़प हुई। किसानों के समर्थन में सड़कों पर आए सपाइयों ने पुलिस की घेराबंदी देख सड़क किनारे धरना भी शुरू कर दिया। भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर बच्चू सिंह चौहान को भी पुलिस ने नजरबंद कर दिया। वे अपने साथी समर्थकों के साथ किसानों के आंदोलन को सफल बनाने के लिए दिल्ली की ओर कूच करने वाले थे।
कांग्रेस पार्टी भी किसानों के इस प्रदर्शन को सफल बनाने में पीछे नहीं रही। कांग्रेस पार्टी की ओर से पहले ही 8 दिसंबर को बड़े प्रदर्शन की सूचना दे दी गई थी। भारी संख्या में इस समय कांग्रेसी सुभाष पार्क पर जमा है और किसानों के समर्थन में कृषि बिलों को वापस किए जाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे।
फिलहाल पुलिस को आशंका है कि जैसे-जैसे समय गुजरेगा प्रदर्शन उग्र हो सकता है, इसीलिए प्रदर्शनकारियों पर शिकंजा कसने और सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास करने में जुट गई है।