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समाज को संगठित और सुरक्षा दिलाने के उद्देश्य से हुआ मसीही महासम्मेलन, धर्मांतरण का उठा मुद्दा

by admin
The Christian General Conference was held with the aim of organizing and protecting the society, the issue of conversion was raised.

Agra. शुक्रवार सर्व ईसाई महासभा की ओर से अखिल भारतीय मसीही महासम्मेलन का आयोजन किया गया। साईं की तकिया स्थित बेपटिस्ट स्कूल में आयोजित महा सम्मेलन में देशभर से सर्व ईसाई समाज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस सम्मेलन को महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेरी पॉल ने संबोधित किया तो वहीं ईसाई समाज के इस सम्मेलन में कांग्रेस शहर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चिल्लू भी मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए।

आयोजकों ने बताया कि इस सम्मेलन में पंजाब-हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के साथ-साथ अन्य राज्यों से संस्था के पदाधिकारियों ने प्रतिनिधि के रूप में प्रतिभाग किया। सम्मेलन के दौरान ईसाई समाज को एक करना और उनकी सुरक्षा का मुद्दा अहम रहा और इस पर खुलकर चर्चाएं की गयी।

ईसाई समाज के सम्मेलन में धर्मांतरण के नाम पर ईसाई समाज के लोगों के साथ होने वाली मारपीट का मामला भी गरमाया और इस मामले पर लोगों ने खुलकर चर्चा की। क्योंकि पिछले ऐसे कई मामले सामने आए। धर्मांतरण के मामले को लेकर पत्रकारों से रूबरू होते हुए सर्व ईसाई महासभा के अध्यक्ष जेरी पॉल ने बताया कि ईसाई समाज सेवा करने वाला समाज है, अगर वह किसी गरीब व्यक्ति की मदद करता है तो कुछ तथाकथित संगठन धर्मांतरण का आरोप लगाकर ईसाई समाज के लोगों के साथ मारपीट कर देते हैं जो पूरी तरह से गलत है। पुलिस भी ऐसे लोगों का ही साथ देती है जिससे सुरक्षा का अभाव भी उन्हें लगता है। इस मसले पर भी खुलकर चर्चा हुई और समाज की सुरक्षा कैसे हो इस पर भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।

The Christian General Conference was held with the aim of organizing and protecting the society, the issue of conversion was raised.

धर्मांतरण पर बने कानून पर नाराजगी

सर्व इसाई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेरी पॉल ने सरकार की ओर से धर्मांतरण को लेकर बनाए गए कानून पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की। उनका कहना है कि धर्मांतरण के मामले में तथाकथित संगठन ईसाई समाज के लोगों के साथ मारपीट करते हैं और उन्हें थाने ले जाते हैं। पुलिस और कानून भी उन्हीं का साथ देता है जबकि सरकार की ओर से बनाए गए कानून में भी यह प्रावधान होना चाहिए कि जो व्यक्ति धर्मांतरण की शिकायत कर रहा है वह शिकायत कितनी सही है और इसमें कितनी सच्चाई है। उसी के बाद पुलिस और प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए।

सर्व ईआई महासभा महासम्मेलन में ईसाई समाज की राजनीति में सक्रियता को लेकर भी खुलकर चर्चा की गई। लोगों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकारों में ईसाई समाज का प्रतिनिधित्व नहीं हो पाता है, इसीलिए ईसाई समाज भी राजनीति में सक्रियता और भागीदारी निभाने के लिए आगे आएगा जिससे उनके समाज का भी मंत्री हो और उनकी समस्याओं को सरकार के सामने रख सके।

बिना नाम लिए भाजपा पर साधा निशाना

ईसाई समाज के महा सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए शहर अध्यक्ष कांग्रेस देवेंद्र सिंह चिल्लू ने बिना नाम लिए ही भाजपा और तथाकथित हिंदूवादी संगठनों पर निशाना साधा। उनका कहना था कि ईसाई समाज एक शिक्षित समाज होता है और वह लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहता है लेकिन इसके बावजूद धर्मांतरण के नाम पर उनके साथ मारपीट की जाती है। पिछले कुछ समय में यह घटनाएं बढ़ी है लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है क्योंकि इस मामले पर सरकार की भी कहीं ना कहीं सहमति नजर आती है।

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