आगरा। ‘नकद भीख लेकर भिक्षावृत्ति को बढ़ावा न दें। भीख मांगने वाले बच्चों को खाने की वस्तुएं देकर शिक्षा से जोड़ें’, यह अपील बाल अधिकार कार्यकर्ता नरेश पारस ने शहर के लोगों से खादी ग्रामोद्योग के मंच से की। एमजी रोड स्थित शहीद भगत सिंह छात्रावास में मंडलीय खादी एवं ग्राम उद्योग की प्रदर्शनी लगाई गई है जिसमें आयोजकों द्वारा झुग्गी झोपड़ी के बच्चों को आमंत्रित किया गया था। क्राई संस्था द्वारा बच्चों को प्रतिभाग कराया गया। बच्चों ने मैजिक शो का आनंद लिया। इसके साथ ही बच्चों ने मंच पर एक से एक बेहतरीन प्रस्तुति देकर लोगों का दिल जीत लिया। बच्चों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।

बच्चों को लेकर पहुंचे चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि यह बच्चे पूर्व में भीख मांगते थे। जिनको उन्होंने भिक्षावृत्ति से मुक्त करा कर शिक्षा से जोड़ा है। इनमें से कुछ बच्चे अब इंटर कॉलेजों में पढ़ रहे हैं। शहर में कोई भी सांस्कृतिक या खेलकूद प्रतियोगिता होती है तो यह बच्चे बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इनकी झोपड़ियां गोल्ड और सिल्वर मेडलों से जगमगा रही हैं।

नरेश पारस ने लोगों से यह भी अपील कि फुटपाथ पर रहने वाले एवं भीख मांगने वाले बच्चों को भीख न देकर उनको सरकारी स्कूल में दाखिला दिला कर उनकी निगरानी की जाए तो बच्चे निश्चित ही भिक्षावृत्ति छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। नरेश पारस के द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
इस दौरान आगरा के जिला ग्राम उद्योग अधिकारी ओपी चक, फिरोजाबाद की नीतू, कार्यक्रम संयोजक अरुण प्रताप सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।