Agra. शासन के निर्देश पर मदरसों का सर्वे पूरे उत्तर प्रदेश में चल रहा है। गुरुवार को आगरा के मलपुरा थाना क्षेत्र के धनौली इलाके में स्थित मदरसा दारुस्सलाम का सर्वे करने के लिए प्रशासन की टीम पहुंच गई। प्रशासन की टीम जब मदरसा दारुस्सलाम पर पहुंची तो मदरसा प्रशासन में हड़कंप मच गया। सर्वे के दौरान मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों से सर्वे की टीम ने जानकारियां जुटाई।
सर्वे टीम का कहना है कि आगरा में कुल मदरसों की संख्या 120 है। शासन की ओर से दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि मदरसों का सर्वे किया जाए। 12 बिंदुओं पर सर्वे टीम सर्वे कर रही है। मदरसे में कितने बच्चे हैं, मदरसे में कितने शिक्षक है, मदरसे में कौन सा पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है। मदरसे में कितने बच्चों को शिक्षा दीक्षा के साथ में वजीफा उपलब्ध कराया जा रहा है। ऐसे कुल मिलाकर 12 बिंदुओं पर टीम सर्वे कर रही है।
मदरसा दारुस्सलाम, धनौली मलपुरा में सर्वे करने पहुंची सर्वे टीम संतुष्ट नजर आई है। सर्वे टीम के अधिकारियों का कहना है कि धनौली में स्थित मदरसा में लगभग सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त पाई गई है। जिसकी रिपोर्ट जल्द ही शासन को भेजी जा रही है। टीम आगरा के अन्य मदरसों को चिन्हित करेगी। उनका सर्वे होगा और सर्वे रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
इस सर्वे को लेकर मदरसा संचालक ने बताया कि जो टीम आई थी उसने 12 बिंदुओं पर सर्वे किया है। सर्वे के दौरान मदरसे में उन्हें सब कुछ ठीक-ठाक मिला है। सरकार की गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन हो रहा है। यहां पर अरबी, उर्दू के साथ साथ हिंदी, इंग्लिश पढ़ाई जाती है, साथ ही कंप्यूटर का ज्ञान भी दिया जाता है। जिससे मदरसे में पढ़ने वाला बच्चा अपनी तहजीब की तालीम लेने के साथ-साथ वर्तमान परिस्थितियों में कैसे खड़ा हो सके, कैसे अपने आप को अन्य लोगों के समक्ष पा सके, इसलिए एनसीआरटी किताबों से तालीम दी जाती है।
सर्वे के दौरान जब मदरसे में पढ़ने वाले एक छात्र से वार्ता हुई उससे देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम पूछा गया तो छात्र ने दोनों नाम बताएं लेकिन यमुना नदी कहां है यह वह नहीं बता पाया। छात्र ने खुद बताया कि वह सिक्स क्लास में पढ़ता है और हिंदी, सिविक्स, सोशल साइंस, मैथ्स इत्यादि भी इस मदरसे में पढ़ाई जाती है।