आगरा। शास्त्रीपुरम स्थित एक नामी स्कूल में स्कूली बच्चों के अभिभावकों और स्कूल स्टाफ के बीच जमकर हंगामा व विवाद हुआ। अभिभावकों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस को अभिभावकों ने बताया कि स्कूल प्रशासन द्वारा उनके बच्चों के मोबाइल और चैन ज़ब्त कर लिए गए हैं। परिजनों द्वारा मांगे जाने पर स्कूल स्टाफ द्वारा उनसे अभद्र भाषा में बात की गई। वहीं इस पूरे मामले में स्कूल प्रशासन चुप्पी साधे रहा। यह पूरा हंगामा शनिवार को हुआ था जिसके फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार यह मामला थाना सिकंदरा क्षेत्र के अंतर्गत शास्त्रीपुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल का है। आरोप है कि कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा स्कूल में पढ़ने गए बच्चों के मोबाइल फोन और चैन उतरवाकर ज़ब्त कर लिए गए थे। शनिवार शाम को जब उनके परिजन सामान वापस लेने पहुंचे तो स्कूल स्टाफ ने प्रिंसिपल के चले जाने की बात कहकर 15 दिन बाद आने को कहा। इस पर अभिभावक विरोध करने लगे। कई घंटों के इंतजार के बाद अभिभावकों ने पुलिस को सूचना दे दी। लेकिन अभिभावकों ने मौके पर आई पुलिस पर स्कूल का पक्ष लेने का आरोप लगाया।

लगभग साढ़े 3 घंटे तक यह हंगामा चलता रहा। इसके बाद स्कूल प्रशासन ने मोबाइल और अन्य कीमती सामान परिजनों को सुपुर्द कर दिया। इस मामले में अभिभावकों का कहना था कि स्कूल प्रशासन अपनी मनमानी कर रहा था। सभी के सामान को एक साथ रख दिया था। अगर अदला-बदली हो जाती तो उन्हें अपना सामान कैसे वापस मिलता?
वहीं इस मामले में जब स्कूल प्रशासन का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो कोई भी जवाब नहीं मिला। स्कूल की जनसंपर्क का काम देख रहीं शिक्षिका से पूछा तो उन्होंने इस मामले की जानकारी न होने की बात कही। साफ है कि दिल्ली पब्लिक स्कूल प्रशासन इस मामले में चुप्पी साधे रहा।