Agra. सिविल पुलिस की तरह ही आरपीएफ पुलिस के जवान भी शातिर अपराधियों की धरपकड़, घटनास्थल पर जल्द से जल्द पहुंचने, रेलवे की संपत्तियों की सुरक्षा और निगरानी के लिए मोटरसाइकिल की सवारी करेंगे। शुक्रवार को आईजी आरपीएफ रविंद्र वर्मा ने आगरा रेल मंडल के लिए 7 मोटरसाइकिल उपलब्ध कराई है जिन्हें आईजी आरपीएफ रविंद्र वर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान आईजी पत्रकारों से भी रूबरू हुए। उन्होंने बताया कि रेलवे यात्रियों को बेहतर सुरक्षा और सुविधा के लिए आरपीएफ को लगातार मजबूत किया जा रहा है। लगातार पेट्राेलिंग की जा रही है और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए हर कदम को मजबूती के साथ उठाया जा रहा है।
शुक्रवार सुबह को आरपीएफ आइजी रविंद्र वर्मा ने आगरा कैंट स्थित आरपीएफ की बैरिक और थाने का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्हें सारी व्यवस्था ठीक नजर आई लेकिन अपराधियों पर विशेष निगरानी रखे जाने के निर्देश दिए।
डीआरएम कार्यालय में हुई प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि आरपीएफ की गतिशीलता बढ़ाने के लिए आज सात मोटरसाइकिल प्रदान की गई हैं। अब आगरा मंडल में आरपीएफ 17 बाइक हो गई हैं। उन्होंने कहा कि आरपीएफ के हर पोस्ट पर व्हीकल उपलब्ध है। इससे आरपीएफ की गतिशीलता बढे़गी। जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुंचा जा सकेगा।
प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे जोन में आगरा मंडल आरपीएफ का प्रदर्शन अच्छा है। अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए मंडल में ई-पेट्रोलिंग सिस्टम भी शुरू किया गया है तो वहीं साइबर सेल भी अपराधियों की कमर तोड़ने में अहम भूमिका निभा रही है। पिछले कुछ समय में आगरा रेल मंडल में ट्रेनों में होने वाली वारदातों में कमी आई है और तीनों के माध्यम से तस्करी कर रहे तस्करों पर भी शिकंजा कसा गया है।
आईजी आरपीएफ ने बताया कि आतंकी हमले की साजिश को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है। आरपीएफ द्वारा स्टेशनों और ट्रेनों में चौकसी बरती जा रही है। आगरा में रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स की कंपनी भी तैनात की गई है। एक प्लाटून मथुरा में तैनात है। आरपीएसएफ आधुनिक हथियार से लैस है। इसके अलावा अलर्ट को लेकर आरपीएफ के साथ रेलवे के फ्रंटलाइन कर्मचारियों को ट्रेंड किया जा रहा है। उनसे कहा गया है कि कोई संदिग्ध व्यक्ति या सामान दिखाई दे तो तुरंत सूचित करें।
प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि रेलवे महिला यात्री की सुरक्षा को लेकर भी विशेष ध्यान दे रहा है। ट्रेनों में यात्रा करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए ‘मेरी सहेली’ अभियान चलाया जा रहा है। इसमें अकेले सफर करने वाली महिला यात्रियों की जानकारी आरपीएफ लेता है। हर स्टेशन पर आरपीएफ की महिला कांस्टेबल उनसे फीड बैक लेती हैं। इस अभियान के अच्छे परिणाम मिले हैं। महिला यात्री अपने को सुरक्षित महसूस कर रही हैं।
डीआरएम सुशील श्रीवास्तव ने बताया कि रेल यात्रियों और रेलवे संपत्तियो की सुरक्षा मैं आरपीएस का अहम योगदान है आरपीएस को और ज्यादा मजबूत बनाने के लिए आरपीएफ आईजी जोड़ दे रहे हैं। उन्हीं के प्रयास से आज आरपीएफ को सात मोटरसाइकिल प्रदान की गई है जिससे अपराधियों पर नकेल कसी जा सके और रेलवे की संपत्तियों की भी निगरानी हो सके।
प्रेस वार्ता में डीआरएम सुशील श्रीवास्तव, सीनियर कमांडेंट पीके पंडा, सीनियर डीसीएम आशुतोष सिंह, डीसीएम एसके श्रीवास्वत आदि उपस्थित रहे।