Agra. थाना सिकंदरा क्षेत्र के शांतिवेद अस्पताल में एक मरीज की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। परिजनों ने हॉस्पिटल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों का कहना था कि बेटे के एक्सीडेंट के बाद ऑपेरशन हुआ लेकिन ऑपरेशन के बाद उसे जल्दी डिस्चार्ज किया गया और उसकी मौत हो गयी। परिजनों का कहना था कि उसकी हालत बिगड़ने पर भी हॉस्पिटल ने उसे भर्ती नहीं कर रहा था और उसे घर पर ही रखने पर जोर दे रहा था जिससे उसकी मौत हुई।
जानकारी के अनुसार थाना मलपुरा के नगर गांव निवासी सुमित कुमार का बीती 26 अगस्त को एक्सीडेंट हुआ था। परिजन इलाज के लिए उन्हें थाना सिकन्दरा अंतर्गत आगरा दिल्ली हाइवे पर स्थित शांति वेद अस्पताल में लाये थे। मृतक सुमित के परिजनों का आरोप है कि पहले यहां के डाक्टर नीरज ने एमआरआई करवाई और रीढ़ की हड्डी में चोट के चलते आधा हिस्सा काम न करने की बात बताते हुए ऑपरेशन को कहा। जब हमने अपने अन्य जानकार डॉक्टरों से सलाह लेने के लिए एमआरआई रिपोर्ट मांगी तो उन्हें रिपोर्ट नहीं दी और 95 प्रतिशत सफलता का आश्वासन देकर ऑपरेशन कर दिया। इतने बड़े ऑपरेशन के मात्र पांच दिन बाद ही जबरदस्ती डिस्चार्ज कर दिया। डाक्टर को पैसे की चिंता न करने और आईसीयू से प्राइवेट या जनरल वार्ड में भर्ती करने की गुहार लगाने पर भी डाक्टर नहीं माना।
मृतक सुमित के भाई प्रिंस के अनुसार आज परिजन शांति वेद अस्पताल आये और डाक्टर नीरज से बात कर के मरीज की हालत को देखते हुए भर्ती करने की गुहार लगाई लेकिन उन्होंने घर पर ही रखने की बात कही। जब हम घर पहुंचे तो भाई की मौत हो गयी।
मृतक के परिजनों ने शव लेकर अस्पताल के बाहर रख दिया और जमकर हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने थाना पुलिस को शिकायत की पर पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम मुकदमा दर्ज न करने की बात कही।