आगरा। ताजमहल के अंदर उस समय हड़कंप मच गया जब इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से आये छात्रों ने ताजमहल भ्रमण के दौरान भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। छात्रों ने जमकर नारेबाजी की और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगा दिए। ताजमहल के अंदर विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एएसआई और सीआईएसएफ के होश उड़ गए। एएसआई और सीआईएसएफ के अधिकरी मौके पर पहुँचे ताजमहल के अन्दर विरोध प्रदर्शन कर रहे सभी छात्र नेताओं को धक्के मारकर बाहर निकाला। हालाँकि तब तक सभी छात्र अपना काम पूरा कर चुके थे।
बताया जाता है कि ताजमहल के अंदर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्र कांग्रेस समर्थक थे जो कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई से जुड़े हुए है। आज पूरे देश में कांग्रेस समर्थक और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने 200 जगहों पर बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।
ताजमहल में विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों का कहना था कि राफेल मामले में भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साफ सुथरा बता रही है जबकि कांग्रेस देश के इस चौकीदार को ही चोर बता रही है। इस पूरे मामले पर जेपीसी द्वारा जांच की जानी चाहिए जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये।
फिलहाल कुछ भी हो लेकिन जिस तरह से इन छात्र नेताओं द्वारा ताजमहल के अंदर विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी हुई है उसने ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए है।