आगरा। सिक्खों के नौवें गुरु तेग बहादुर साहिब के शहीदी पर्व को श्रद्धाभाव के साथ मनाये जाने के लिए गुरुद्वारा गुरु के ताल पर तैयारियां शुरू हो गई हैं। गुरु तेग बहादुर साहिब के शहीदी पर्व के उपलक्ष्य में गुरुद्वारा मंजी साहिब का दूध से स्नान कराया गया। सुबह से ही मंजी साहिब में श्रद्धालुओं का जोश देखते ही नज़र आ रहा था। 4 साल के बच्चे से लेकर 80 से 85 साल तक के बुजुर्ग इस दरबार में श्रद्धाभाव के साथ कार्य सेवा कर रहे थे। चारों ओर सतनाम वाहेगुरु मन्त्र गुंजामयन हो रहा था। दूध बड़े बड़े ड्रम में डालकर प्रेशर मशीन से ऊपर पहुंचाया जा रहा था। एक तरफ संत बाबा प्रीतम सिंह प्रेशर मशीन के माध्यम से दूध से मंजी साहिब को स्नान करा रहे थे तो छोटे-छोटे बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक उसकी सफाई करने में लगे हुए थे।
बताया जाता है कि यह दुग्ध स्नान वर्ष में एक बार केवल शहीदी गुरुपूरब पर ही किया जाता है। अपने गुरु के उस स्थान जहाँ से उन्होंने देश और धर्म के लिए अपना बलिदान दिया था। उस स्थान की सेवा कर सभी उत्साहित नजर आए।
संत बाबा प्रीतम सिंह का कहना है कि 1 दिसंबर को गुरु तेग बहादुर साहिब जी का शहीदी पूरब मनाया जाएगा। गुरुद्वारा मंजी साहिब गुरु का ताल ऐतिहासिक स्थल है। यहीं पर नोवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब ने धर्म और देश की खातिर अपनी गिरफ्तारी दी थी और अपना बलिदान दिया था। इसीलिए उन्हें हिन्द की चादर भी कहते हैं, उनकी गिरफ्तारी स्थल गुरुद्वारा मंजी साहिब का शहीदी पर्व से पहले हर वर्ष दुग्ध से स्नान करवाया जाता है।