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सेवक जत्था गुरु का ताल पर बच्चों ने किया पुरातन युद्ध कला की कटार, निशानेबाजी, तलवारबाजी का अभ्यास

by admin

आगरा। श्री गुरु गोविन्द साहिब जी के प्रकाश पर्व को समर्पित निकाले जा रहे नगर कीर्तन जो कि सिक्ख समाज की धार्मिक नुमाइंदा संस्था श्री गुरु सिंह सभा माईथान के तत्वाधान में 8 जनवरी को निकाला जा रहा है, में संत सिपाही रंजीत अखाड़े के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया। ये बच्चे निरंतर गुरु के ताल परिसर पर अभ्यास कर रहे हैं।

ज्ञातव्य है कि शस्त्र विद्या छठवें गुरु हरगोबिन्द साहिब ने शुरुआत की थी। उस समय गुरु ने साध संगत को हुक्म दिया कि जब आप गुरु घर आए तो अच्छा शस्त्र और घोड़े भेंट करें। उनके पश्चात पीढ़ी दर पीढ़ी शस्त्र विद्या सिक्ख पंथ में चल रही है। गुरु जी ने शक्ति और भक्ति के मिलाप और संत सिपाही का रूप दिया।

गुरुद्वारा गुरु का ताल पर संत बाबा साधू सिंह मोनी से शुरू हुई इस विद्या को संत बाबा निरंजन सिंह के बाद आज मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह स्वयं शस्त्र विद्या गुरु के ताल में सिखा रहे है। इस वक़्त 50 बच्चे इस विद्या को प्राप्त कर रहे हैं।

आज के अभ्यास में पुरातन युद्ध कला की कटार, तीर कमान, चक्कर, जंग सफा, जगदाड, तेगा, भाला, गदा, गुरज, ढाल तलवार, निशाने बाजी का अभ्यास किया गया। इसका मुख्य आकर्षण अग्नि प्रदर्शन होगा।

अभ्यास के समय कंवल दीप सिंह, ज्ञानी कुलविंदर सिंह, समन्वयक बंटी ग्रोवर, पाली सेठी, वीर महेंद्र पाल सिंह आदि रहे।

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