Agra. किसानों के साथ हुई दर्दनाक घटना को लेकर लखीमपुर खीरी पीड़ित किसानों से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को हिरासत में लिए जाने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है। सुबह कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया तो वहीं दोपहर को एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता दीवानी स्थित प्रतिमा पर इस घटना के विरोध में धरने पर बैठ गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस घटना की निष्पक्ष जांच, दोषी के खिलाफ कार्रवाई हो और जल्द से जल्द प्रियंका गांधी को रिहा किए जाने की मांग की।
लखीमपुर खीरी घटना के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र सिंह के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां पर कांग्रेसियों ने नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया और प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने पर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार के नाम ज्ञापन दिया और इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने के साथ-साथ इनर रिंग रोड भूमि अधिग्रहण घोटाले मामले में दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने कहा है कि लखीमपुर खीरी में जिस प्रकार भाजपा के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ाकर निर्दोष किसानों को मौत की नींद सुला दिया है। उससे पूरे शहर भर में किसान और कांग्रेस के नेताओं में भारी आक्रोश है। उपेंद्र सिंह का कहना है कि इस मामले की सटिंग न्यायाधीश से जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कड़ी कार्रवाई की जाए।
दूसरी ओर लखीमपुर खीरी घटना के विरोध में युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ता दीवानी चौराहे पर भारत माता की प्रतिमा पर धरने पर बैठ गए। आक्रोशित युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपना आक्रोश व्यक्त किया। युवा कांग्रेस अध्यक्ष दीपक का कहना था कि लखीमपुर खीरी की घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है। इस घटना को अंजाम देने वाले भी भाजपा सरकार के लोग हैं और सरकार अब उन्हें बचाने में लगी है। किसानों के समर्थन में जो भी राजनीतिक दल खड़ा हो रहा है, उसकी आवाज को दबाया जा रहा है। इसका जीता जागता उदाहरण प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाना है। बीपी राजा और प्रियंका गांधी इस घटना के बाद पीड़ित किसानों से मिलने जा रही थे तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक घटना के दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी और प्रियंका गांधी को रिहा नहीं किया जाएगा यह अनशन और धरना जारी रहेगा।