प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) 10 दिसंबर को दिल्ली में नए संसद भवन (New Parliament building) की आधारशिला (Foundation Stone) रखने वाले हैं। दरअसल लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने शनिवार को इस बात की पुष्टि की है। ओम बिरला ने कहा कि 10 दिसंबर को प्रधानमंत्री भूमि पूजन करने के बाद नए संसद भवन का शिलान्यास करेंगे। पीएम मोदी के शिलान्यास करने के बाद 11 दिसंबर से नए संसद भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
जैसा कि तस्वीर में देखा जा सकता है कि नई संसद (New Parliament) की तस्वीरें त्रिकोणीय परिसर को दिखाती हैं। इससे साफ पता चलता है कि नई संसद त्रिकोणीय संरचना में होगी। नए संसद भवन का निर्माण कार्य अक्टूबर 2021 तक पूरे होने की उम्मीद है। मिली जानकारी के मुताबिक नए संसद भवन का निर्माण करीब 60 हज़ार स्क्वायर मीटर में किया जाएगा। इस नई बिल्डिंग में संयुक्त शासन चलने पर 1224 सांसदों के एक साथ बैठने की व्यवस्था होगी। स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि नई बिल्डिंग भूकंप रोधी होगी। इस भवन के निर्माण कार्य में अप्रत्यक्ष रूप से 9000 लोग और अप्रत्यक्ष रूप से 2000 लोग अपना सहयोग करेंगे।
स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) ने बताया कि नई बिल्डिंग में लोकसभा (Lok Sabha) सदस्यों के लिए 888 सीटों के बैठने की क्षमता होगी। हालांकि ऊपरी सदन राज्यसभा में बैठने की क्षमता 326 सीटों की रहेगी। सभी सांसदों के लिए अलग-अलग कार्यालय होंगे और पेपरलेस ऑफिस की दिशा में लेटेस्ट डिजिटल तकनीक (Digital Technology) से यह संसद भवन लैस होगा। इस दौरान नई संसद को बनाने का कॉन्ट्रैक्ट टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (Tata Projects Limited) को मिला है, जो तकरीबन 971 करोड़ रुपए की लागत से नए संसद भवन का निर्माण करेगी।
इसके साथ ही ओम बिरला (Om Birla) ने आगे बताया कि नया संसद भवन दुनिया के सबसे आधुनिक भवनों में से एक होगा जिसमें पेपरलेस ऑफिस (Paperless Office) होने के साथ-साथ लाउंज लाइब्रेरी आदि की सुविधाएं भी मौजूद रहेंगी। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के हिसाब से भवन तकरीबन 65 हजार वर्ग मीटर के दायरे में विस्तारित होगा जिसमें 16921 वर्ग मीटर का इलाका अंडरग्राउंड भी रहेगा। इस प्रकार से बिल्डिंग में अंडर ग्राउंड (Under Ground) के अतिरिक्त दो और मंजिलें होंगी।