आगरा। आगरा नगर निगम को तो यूँ पहले से ही चार ज़ोन में विभाजित है, लेकिन नगर निगम से सम्बंधित कार्य, समस्याओं का निस्तारण, मूलभूत सुविधाओं व निगम से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का लाभ के लिये शहर के प्रत्येक व्यक्ति को सिर्फ सूरसदन स्थित नगर निगम कार्यालय पर ही आना पड़ता है। इसके लिए लोग समय निकालकर सर्दी के मौसम या गर्मी के मौसम में तेज धूप में नगर निगम के मुख्यालय में ही आते हैं। कुछ काम तो ऐसे होते हैं जिसके लिए उन्हें 2-3 बार चक्कर लगाने होते हैं। ऐसे में निगम से जुड़ा कार्य कराने के लिए लोगों का समय तो बर्बाद होता ही है, साथ ही वाहन का पेट्रोल-डीज़ल का खर्च अलग करना पड़ता है।
शहरवासियों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए नगर निगम आगरा एक नई कवायद करने जा रहा है। शहर को चार जोनों में इस तरह बांटा गया है कि प्रत्येक जोन में लगभग 25-25 वार्ड आएंगे और प्रत्येक 25 वार्ड के लिए नगर निगम से सम्बद्ध एक कार्यालय तैयार किया जाएगा। यह कार्यालय मिनी नगर निगम कहलायेगा तथा नगर निगम की ही भाँति कार्य करेगा। इन कार्यालय में निगम से संबंधित सभी कार्य जैसे सड़क, नाली, खरंजा की समस्या व उसका निस्तारण, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र, गृहकर वह जलकर का भुगतान, क्षेत्र की सफाई व सीवर व्यवस्था,स्ट्रीट लाइटों की समस्या और अन्य महत्वपूर्ण काम भी हो सकेंगे। यह जानकारी महापौर नवीन जैन व नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फूंडे ने संयुक्त रुप से दी।
उन्होंने बताया कि शहर के समस्त सीमा क्षेत्र में नागरिकों को समान रूप से बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने, उनकी समस्याओं के सुचारू व तेज गति से निस्तारण कराए जाने तथा सभी नागरिकों को उनके निकटवर्ती क्षेत्र में ही नगर निगम की सेवाएं व अधिकारियों, कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने के उद्देश्य से जोनल व्यवस्था का प्रावधान नगर निगम आगरा करने जा रहा है।
नगर निगम आगरा पहले से ही 4 जोनों में बंटा हुआ है लेकिन यह विभाजन काफी वर्षों पूर्व का है जिसमें समानता का अभाव है। उदाहरण के लिए पूर्व में छत्ता जोन में 29 वार्ड, ताजगंज जोन में 16 वार्ड, लोहामंडी जोन में 33 वार्ड तथा हरी पर्वत जोन में 22 वार्ड थे। वर्ष 2017 में वार्डों का नए सिरे से परिसीमन हुआ था जिस कारण नगर निगम आगरा में वार्ड की संख्या 90 से बढ़कर 100 हो गई थी। शासन के नोटिफिकेशन 28 दिसंबर 2019 द्वारा निगम सीमा का विस्तार भी हो गया है जिसके फलस्वरूप कुछ नए क्षेत्र भी नगर निगम की सीमा में शामिल हो गए हैं। इन कारणों से पूर्व प्रचलित जोनों की सीमा का निर्धारण आवश्यक हो गया है। नगर निगम के समस्त 100 वार्ड में तथा सीमा विस्तार में शामिल क्षेत्र को सम्मिलित करते हुए 25-25 वार्ड के 4 जोनों का पुनः सीमा निर्धारण कर दिया गया है।
छत्ता ज़ोन के अन्तर्गत आने वाले वार्ड व उनके नाम –
55 शाहदरा, 28 नाई की सराय, 83 टेडी बगिया, 58 नरायच पश्चिम, 59 नरायच पूर्व, 42 भगवती बाग, 54 ट्रांस यमुना, 50 सीता नगर, 65 यमुना पार प्रकाश नगर, 14 कछपुरा, 66 नवलगंज, 17 रतनपुरा, 64 बेलनगंज, 20 फ्रीगंज, 95 धनकोट फुब्बारा, 25 बाग मुज्जफर खां, 68 नूरी दरवाज़ा, 91 रावतपाडा, 99 पीपल मन्डी, 79 मोतीगंज, 53 मन्टोला, 32 डेरा सरस, 100 नाई की मंडी, 16 ढोलीखार, 1 काजीपाडा,
ताजगंज ज़ोन के अन्तर्गत आने वाले वार्ड व उनके नाम –
33 धांधूपुरा, 88 हरजूपुरा, 72 नगला मेवाती, 44 कटरा फुलैल, 62 तेलीपाडा, 98 विभव नगर, 97 गोबर चौकी, 78 शहीद नगर, 36 महादेव नगर, 57 उखर्रा, 19 बुन्दुकटरा, 5 हिमाचल कॉलोनी, 2 गुम्मट तख़्त पहलवान, 4 सेवला जाट, 15 सराय मलूक चंद, 70 ताल फ़िरोज़ खां, 63 चावली, 22 सौहल्ला, 48 नरीपुरा, 35 मुस्तफ़ा क्वार्टर, 60 ख्बासपुर, 8 ईदगाह, 39 नामनेर, मोहनपुरा, 40 बालूगंज,
लोहामंडी ज़ोन के अन्तर्गत आने वाले वार्ड व उनके नाम –
49 राहुल नगर बोदला, 89 राम मोहन नगर, 75 आवास विकास पश्चिमी, 69 आवास विकास दक्षिणी, 46 आवास विकास पूर्वी, 37 नगला अजीता, 67 अलबतिया, 30 रामनगर, 24 गढ़ी भदौरिया, 3 जगदीशपुरा पश्चिमी, 7 खतैना, 86 खातीपाडा, 84 राजामंडी, 45 अशोक नगर, 76 ढाकरान, 12 नगला मोहन, 18 राजनगर, 74 जयपुर हाउस, 34 भोगीपुरा, 10 प्रकाश नगर, 77 केदार नगर, 41 आजमपाडा, 9 घास की मन्डी, 21 बारहखम्भा, 27 अजीत नगर
हरीपर्वत ज़ोन के अन्तर्गत आने वाले वार्ड व उनके नाम –
87 भूड का बाग (कमलानगर एक्सटेंशन), 85 कावेरी कुंज, 90 बल्केश्वर, 56 लोहिया नगर, 93 कमलानगर (ब्लॉक E,F,G), 81 कमलानगर (ब्लॉक A,B,C,D), 43 घटवासन, 13 नगला हरमुख, 51 विजय नगर, 47 घटिया आज़म खां, 92 वजीरपुरा, 11 चारसू दरवाज़ा, 94 बाग फरजाना, 80 जटपुरा, 82 भीमनगर, 6 जगदीश पुरा, 29 खन्दारी, 71 नगला पदी, 31 लॉयर्स कॉलोनी, 26 जागे़शवर नगर, 61 सरलाबाग, 52 देवनगर, 38 गैलाना, 96 महर्षिपुरम, 73 सिकन्दरा
महापौर नवीन और नगर आयुक्त निखिल टीकाराम ने संयुक्त रूप से कहा कि निर्धारित जोनल सीमा के भीतर ही जोनल कार्यालय का निर्माण कराया जाएगा। इन जोनों के लिए निम्न स्थानों पर जोनल कार्यालय क्रियाशील किया जा रहा है-
छत्ता जोन – वाटर वर्क्स स्थित जल संस्थान कार्यालय का ग्राउंड फ्लोर
ताजगंज जोन – फतेहाबाद रोड पर स्थित शेल्टर होम
लोहा मंडी जोन – आवास विकास चैप्टर 9 पर स्थित नगर निगम बिल्डिंग
हरीपर्वत जोन – नगर निगम मुख्य कार्यालय
इन सभी जोनल कार्यालयों में नगर निगम के सभी अनुभव तथा प्रशासनिक हाउस टैक्स सफाई व्यवस्था जन्म मृत्यु पंजीयन निर्माण प्रकाश जल कल इत्यादि क्रियाशील रहेंगे।
सभी जोनल कार्यालयों के प्रशासनिक हेड जोनल अधिकारी रहेंगे जिनके अधीन व पर्यवेक्षण में –
हाउस टैक्स विभाग – कर निर्धारण अधिकारी, कर अधीक्षक, कर एवं राजस्व निरीक्षक, लिपिक, कैश काउंटर।
सफाई एवं स्वास्थ्य विभाग – जोनल सेनेटरी ऑफिसर, सफाई निरीक्षक, सफाई नायक, लिपिक, जन्म मृत्यु पंजीयन स्टॉफ़, सफाई कर्मी, जोनल का प्राइमरी गार्बेज कलेक्शन वाहन व स्टाफ।
निर्माण विभाग – अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता, सुपरवाइजर, बेलदार, मिस्त्री एवं लिपिक।
पथ प्रकाश विभाग – अवर अभियंता, लाइनमैन, कुली, ई ई इस एल का स्टाफ।
जलकल विभाग – अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता, लिपिक, प्लंबर, पंप ऑपरेटर, वबाग कंपनी का स्टाफ,
ये सभी अपने-अपने विभाग के दायित्वों व कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।
नगर निगम मुख्यालय से जोनल कार्यालय के क्रियाकलापों की समीक्षा की जाएगी तथा उसकी क्रियाशीलता व उपयोगिता को उच्च स्तर तक लाने के लिए आवश्यक कार्यवाही समय-समय पर की जाएगी। जोनल कार्यालयों को इस स्तर तक प्रभावी बना दिया जाएगा कि वह उस जोन में सम्मिलित क्षेत्र व नागरिकों के लिए मिनी नगर निगम का स्वरूप प्राप्त कर सकें। उस क्षेत्र के नागरिकों को नगर निगम से संबंधित सभी सेवाएं व शिकायतों का निस्तारण उसी जोन के जोनल ऑफिस कार्यालय से हो जाए तथा उसे अनावश्यक रूप से नगर निगम के मुख्य कार्यालय तक ना आना पड़े।
महापौर नवीन जैन ने कहा कि इन कार्यालय के तैयार हो जाने के बाद सभी शहर वासियों को सिर्फ सूरसदन स्थित नगर निगम के मुख्यालय पर नहीं आना होगा। वरन वे अपने क्षेत्र के निकट जोन कार्यालय पर ही संपर्क कर अपने काम करवा सकेंगे। जिसके बाद लोगों का समय और पैसा दोनों की बचत होगी साथ ही साथ नगर निगम आम जन के ओर नजदीक होने जा रहा है हम इसे यूँ भी कह सकते हैं नगर निगम आप के बीच।