मुम्बई। आशंकाओं के बीच बर्बादी के छह घंटे मायानगरी ने बिना किसी बहुत बड़े नुकसान के निकाल दिए हैं। हालांकि महाराष्ट्र में निसर्ग चक्रवात तूफान के टकराने के बाद 2 लोगों के मरने और तीन के घायल होने की ख़बर है। निसर्ग तूफान से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन (एनडीआरएफ) की करीब 40 टीमों को मुंबई में लगाया गया था। तूफान ने महाराष्ट्र की गुरूड तटीय सीमा से अपना सफर शुरू किया जो कि रायगढ़ के पास है।
मुंबई के अलीबाबा इलाके में तूफान के प्रवेश की रफ्तार करीब 105 किलोमीटर प्रति घंटा थी। बांद्रा सी लिंक इलाके में तूफान की रफ्तार को अधिकतम 122 किलोमीटर प्रति घंटा मापा गया. ग्रामीण क्षेत्र में दो लोगों के मरने के अलावा अनेक स्थानों पर पेड़ों के उखड़ने व घरों के टीन शेड उड़ जाने के साथ कुछ कच्चे घरों के ढह जाने की घटनाओं की सूचना है। मूसलाधार बारिश जरूर बड़ी आपदा के रूप में अब मुंबई वासियों को अगले 24 से 36 घंटे बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है।

सुकून की बात यह मानी जा सकती है कि बिना किसी बड़ी तबाही के निसर्ग तूफान मुंबई से अब गुजर चुका है जो कि कोरोना आपदा से जूझ रही मुंबई को नुकसान का डबल डोज देने में नाकाम रहा। हालांकि जानकारों के अनुसार अगले 24 घंटे अभी खतरे से खाली नहीं है।