आगरा। असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ने के साथ उनके बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रहे राष्ट्रीय ग्रामीण मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने एक बार फिर मजदूरों की समस्याओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष उठाया है। तुलाराम शर्मा ने प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन भेजा है जिसमे उन्होंने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले ईट भट्टा मजदूरों की वेतन व स्वास्थ्य से संबंधित तमाम समस्याओं का जिक्र करते हुए इन समस्याओं पर ध्यान देने और बजट सत्र में इनके समाधान के लिए ठोस नीति व योजना लाने की मांग की है।
तुलाराम शर्मा का कहना है कि असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को आज तक न्यूनतम वेतन तक नही मिला है और स्वास्थ्य व सुरक्षा तो उनके लिए सपना बनता चला जा रहा है। पंडित तुलाराम शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से असंगठित क्षेत्र के मजदूरो के लिए 20 हजार न्यूनतम वेतन, मजदूरो को 200 दिन का रोजगार और 6 हजार रुपये मासिक पेंशन दिए जाने की मांग उठाई।
पंडित तुलाराम शर्मा का कहना था कि सबसे ज्यादा दिक्कत तो महिला श्रमिकों को होती है सबसे ज्यादा काम महिलाएं करती है इसके बावजूद भी उन्हें सामाजिक सुरक्षा व सुविधा नही मिलती है। इसलिए सरकार प्रत्येक ईट भट्टे पर महिलाओं के लिए शौचालय और आवास का निर्माण कराये साथ ही उनके स्वास्थ्य के लिए समय समय पर चिकित्सा शिविर लगवाए जाए जिससे मजदूर अपने स्वास्थ्य का परीक्षण करा सके।