Home » रकाबगंज में जूता फैक्ट्री में लगी भीषण आग, स्थानीय निवासी आये दहशत में

रकाबगंज में जूता फैक्ट्री में लगी भीषण आग, स्थानीय निवासी आये दहशत में

by admin
Massive fire broke out in shoe factory in Rakabganj, local residents panic

आगरा। रकाबगंज थाना क्षेत्र की चक्की पाट में उस समय हड़कंप मच गया जब क्षेत्र में संचालित एक जूता फैक्ट्री में अचानक से आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। फैक्ट्री के बगल में रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया। लोगों ने तुरंत इसकी सूचना फैक्ट्री मालिक, पुलिस और फायर विभाग को दी। घटना की जानकारी होते ही फायर विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। दमकल कर्मचारियों ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद बमुश्किल आग पर काबू पाया। इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।

घनी आबादी में संचालित जूता फैक्ट्री

चक्की पाट घनी आबादी वाला क्षेत्र है और इस घनी आबादी वाले क्षेत्र में ही जूता फैक्ट्री संचालित हो रही थी। बताया जाता है कि यह फैक्ट्री धर्मेंद्र सोनी की है जो बसपा से जुड़े हैं और भीम नगरी आयोजन समिति के मुख्य पदाधिकारियों में से एक हैं। घनी आबादी में जूता फैक्ट्री संचालित होना कितना नियमों के मुताबिक है यह तो जिला प्रशासन को देखना होगा।

लोग इधर उधर भागने लगे

धर्मेंद्र सोनी की जहां जूता फैक्ट्री है उसके आसपास कई मकान हैं। यहां लोग रहते हैं। जूता फैक्ट्री भी कई मंजिला इमारत में संचालित हो रही थी। जब आग लगी तो फैक्ट्री के आसपास मकानों में रहने वाले लोगों ने आग बुझाने का बहुत प्रयास किया लेकिन देखते ही देखते आग की लपटें भीषण आग में तब्दील हो गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। फैक्ट्री में भीषण आग को देखकर उनके रोंगटे खड़े हो गए और सभी लोग भगवान से जान बचाने को लेकर प्रार्थना तक करने लगे। फैक्ट्री एक प्रतिष्ठित और कद्दावर व्यक्ति की मानी जाती है इसीलिए लोग खुलकर तो कुछ भी बोलना नहीं चाहते लेकिन बस यही कह रहे थे कि अगर समय रहते दमकल कर्मचारियों ने आग पर काबू नहीं पाया होता तो कुछ भी संभव था।

इस घटना की सूचना पर फैक्ट्री के कई पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि जब आग लगी तो कोई भी कर्मचारी फैक्ट्री में मौजूद नहीं था। लोगों ने आशंका जताई है कि शॉर्ट सर्किट से ही आग लगी होगी। आग लगने की सूचना भी जूता कारीगरों के फैक्ट्री पहुंचे तब हुई।

फायर विभाग के अधिकारी शिव कुमार गौतम का कहना था कि घटना के वक्त हुई जब फैक्ट्री बंद थी। यह घटना दोपहर के समय होती और फैक्टरी में कारीगर और कर्मचारी मौजूद होते तो किसी बड़े हादसे या फिर बड़ी जनहानि से भी इनकार नहीं किया जा सकता था। फिलहाल इस पूरे मामले की भी जांच की जा रही है लेकिन खड़ी आबादी में फैक्ट्री जरूर संचालित हो रही है और आग पर काबू पाने में दमकल कर्मचारियों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा है।

Related Articles