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निकाली गई कंस की दुहाई, तमतमाते नेत्र देख सहमे बच्चे, नगरभर में गूंजे कंस के अट्टाहास

by admin
  • लाव लश्कर के साथ नगर भ्रमण को निकला कंस, आसुरी शक्तियों का किया प्रदर्शन
  • वाटरवर्क्स चौराहा स्थित गौशाला से निकली सवारी, कंस की दुहाई में शामिल हुई कंस की सेना, पुतना, कंस की जेल भी

आगरा। नकारात्मक और आसुरी शक्तियों का स्वामी कंस जब अट्टाहास के साथ नगर भ्रमण को निकला तो हर बच्चा− बच्चा जैसे सहम गया किंतु उसे देखने की लालसा संग जो जहां था वहीं डटा रहा।
शनिवार को श्रीकृष्ण लीला शताब्दी समारोह 2023 के अन्तर्गत कंस की दुहाई की सवारियां निकाली गईं। मुख्य अतिथि विधायक डॉ धर्मपाल सिंह और लायंस क्लब के इंटरनेशनल डायरेक्टर जितेंद्र चौहान ने हरी झंडी दिखाकर सवारियों को रवाना किया।
लीला स्थल वाटरवर्क्स चौराहा स्थित गौशाला से निकल कंस ने अपने सेनापतियों और असुरों के साथ नगर में भ्रमण किया। कंस ने अपने पिता उग्रसेन सहित ऋषि मुनियों किस भांति प्रताड़ना दी, इसकी भी एक झांकी सवारियों में शामिल रही। सवारी के एक रथ में विराजमान कंस के स्वरूप के एक हाथ में तलवार थी और लाल-लाल आंखें हर किसी को भयभीत कर रही थीं। एक सवारी में तोप रखी थी, जिसके गोलों से धमाके किया जा रहे थे, ताकि लोगों में दहशत फैल रही थी। अन्य सवारियों में कंस के मंत्री, सिपाही काले परिधान पहने हुए बैठे थे। पुतना, कंस की जेल सहित ऊंट और घोड़े भी सवारी में शामिल थे। अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि कंस की दुहाई की सवारी लीला मंचन से ठीक एक दिन पहले निकाली जाती है। इसमें दर्शाया जाता है कि कंस द्वारा महाराजा उग्रसेन को बंदी बना कर कारागार में डाल कर अपने को राजा घोषित कर दिया था। इसके बाद कंस अन्य देशों पर विजय पताका फहराने के लिए मंत्रियों के साथ दुहाई पर निकले थे। राज्य में भी लोग भयभीत रहें, इसके लिए भी उनके द्वारा प्रयास किए गए। इसी भावाना को प्रदर्शित करने वाली झांकियां इस यात्रा में शामिल थीं। कंस की दुहाई की सवारियां बैंड बाजों के साथ बेलनगंज, कचहरी घाट, छत्ता बाजार, दरेसी नं.2, रावतपाड़ा, सुभाष बाजार, जौहरी बाजार, कसेरट बाजार, किनारी बाजार, सेव का बाजार, फुलट्टी, छिलीईंट घटिया, सिटी स्टेशन रोड, धूलियागंज, पथवारी, बेलनगंज तिकोनिया होती हुई गौशाला वापस आईं। इस अवसर पर महामंत्री विजय रोहतगी, पार्षद मुरारी लाल गोयल, राजेश अग्रवाल, उमेश बंसल, मनोज अग्रवाल, सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन अनिल गर्ग, संजीव गुप्ता, गिर्राज बंसल, मीडिया प्रभारी तनु गुप्ता, मनोज गुप्ता, अशोक गोयल, धर्मेंद्र चौधरी, केके अग्रवाल, शेखर गोयल, बृजेश अग्रवाल, मनोज बंसल, प्रभात रोहतगी, संजय गर्ग, पीके मोदी आदि उपस्थित रहे।

रविवार को होगा मंचीय लीला का शुभारंभ
रविवार सायं 6:30 बजे गौशाला में मंचीय लीला का शुभारंभ श्रीकृष्ण जन्म के साथ होगा। राष्ट्रीय संत अरविंद जी महाराज और कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह शुभारंभ करेंगे। उनके साथ लंगड़े की चौकी के मुख्य महंत गोपी गुरु और 400 वर्ष प्राचीन सीताराम मंदिर के महंत अनंत उपाध्याय भी होंगे।

ये रहेगा लीलाओं के मंचन का क्रम
19 नवंबर− देवकी वसुदेव विवाह एवं श्रीकृष्ण जन्मलीला
20 नवंबर− गोपाष्टमी, नंदोत्सव, दीपक नृत्य और पूतना वध
21 नवंबर− डांडिया नृत्य और कालीदह लीला
22 नवंबर− गौमय श्रंगार एवं गोवर्धन पूजा− अन्नकूट प्रसाद
23 नवंबर− शंकरलीला− माखन चोरी, फूलों की होली
24 नवंबर− श्रीकृष्ण लीला− सुदामा मिलन लीला
25 नवंबर− अक्रूर गमन− कंस वध एवं आतिशबाजी।
26 नवंबर−श्रीकृष्ण बलराम की दिव्य शाेभायात्रा।
27 नवंबर− द्वारिकापुरी रुक्मणि मंगल विवाह लीला
28 नवंबर− हवन लीला।

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