ओलिंपिक गेम्स (Tokyo Olympics Games) खत्म हो चुके हैं। जापान के टोक्यों में हुए इस आयोजन में इस बार भारत का प्रदर्शन पहले के मुकाबले काफी बेहतर रहा। इस साल भारतीय खिलाड़ियों ने 1 गोल्ड, 2 सिल्वर समेत कुल 7 मेडल अपने नाम किया। वहीं हॉकी में भी पुरुष टीम ने ब्रॉन्च मेडल जीता। महिला टीम भले ही मेडल से चूक गई, लेकिन उन्होंने भी बेहद शानदार खेल का प्रदर्शन किया। बहरहाल इस बीच सोशल मीडिया पर प्रशंसा और आलोचना से भरे तमाम सारे पोस्ट नजर आए। सैकड़ों ऐसे पोस्ट थे, जिनमें हॉकी को भारत का राष्ट्रीय खेल बताया गया लेकिन क्या हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है?
जैसे हमारा राष्ट्रगान जन-गण-मन है, हमारा राष्ट्रीय झंडा तिरंगा है, राष्ट्रीय चिह्न या प्रतीक अशोक स्तंभ है, उसी तरह कई देशों के हैं। कई देशों के अपने राष्ट्रीय खेल भी हैं, जैसे ब्रिटेन का राष्ट्रीय खेल क्रिकेट है, अमेरिका का राष्ट्रीय खेल बेसबॉल है, ब्राजील और फ्रांस का राष्ट्रीय खेल फुटबॉल है। वैसे ही हमारा राष्ट्रीय खेल कौन सा है? आपके मन में फिर से हॉकी का नाम तो नहीं आ रहा? अगर ऐसा है तो हम क्लियर कर दें कि हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल नहीं है।
दरअसल, भारत के राष्ट्रीय खेल (National Game of India) को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं, लेकिन सरकार भी बता चुकी है कि भारत का कोई राष्ट्रीय खेल है ही नहीं। इसी साल मार्च में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के एक लॉ स्टूडेंट ने RTI के माध्यम से खेल मंत्रालय से जवाब मांगा था कि ‘भारत सरकार ने किस खेल को राष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता दी है? इस सवाल के जवाब में खेल मंत्रालय ने बताया कि भारत ने किसी भी खेल को राष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता नहीं दी है। जवाब में यह भी लिखा कि सभी खेलों को प्रोत्साहित करना देश का उद्देश्य है।
गोरखपुर निवासी लॉ स्टूडेंट शिवम कुमार गुप्ता के RTI का जवाब देते हुए खेल मंत्रालय ने एक लेटर जारी कर बताया कि भारत सरकार ने किसी भी खेल को राष्ट्रीय खेल के रूप में घोषित नहीं किया है। क्योंकि सरकार का उद्देश्य सभी लोकप्रिय खेलों को प्रोत्साहित करना है। काफी साल पहले ऐश्वर्य पराशर ने भी आरटीआई के माध्यम से यही सवाल पूछा था, तब जवाब मिला था कि हॉकी सामान्य खेलों में एक राष्ट्रीय खेल (National Game) के रूप में जाना जाता है। हॉकी को प्राथमिकता दी गई है लेकिन यह राष्ट्रीय खेल नहीं है।