अंडर 19 विश्वकप का आगाज शनिवार से न्यूजीलैंड में हो चुका है। इस टूर्नामेंट में भारत का पहला मुकाबला रविवार को ऑस्ट्रेलिया से हो रहा है। पृथ्वी शॉ और मनजोत कालरा बल्लेबाजी करने उतरे थे। भारत की सलामी जोड़ी के टिकने के कारण भारत मजबूत स्थिति में पहुंच गया था। कप्तान पृथ्वी शॉ 94 रन बनाकर आउट हो गए। 29वें ओवर की तीसरी गेंद पर छक्का लगाने के बाद वह उन्होंने चौथी गेंद को भी उसी तरीके से खेलना चाहा लेकिन वह कैच आउट हो गए।
अफनी 94 रनों की पारी में उन्होंने आठ चौके और दो छक्के लगाए। उनके बाद शुभमन गिल क्रीज पर आए हैं। 50 ओवर के बाद भारत ने 328 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को 329 रनों का लक्ष्य दिया है। सलामी जोड़ी कालरा और पृथ्वी ने टीम को जो ठोस शुरुआत दी उसकी बदौलत टीम ने यह स्कोर खड़ा किया है।उनके आउट होने के बाद शुभमन गिल ने पारी को संभालते हुए 64 रनों की पारी खेली। आखिर में जाकर हालांकि कोई बल्लेबाज टिक नहीं पाया लेकिन सबने छोटी पारी में बड़े शॉट खेलकर टीम के स्कोर को यहां तक पहुंचाने में मदद की।
अब मैच जीताने की जिम्मेदारी गेंदबाजों पर है। भारत के लिए इस स्कोर का बचाव करना मुश्किल नहीं होना चाहिए. भारत का यह पहला पूल मैच है।अंडर 19 टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ के लिए यह एक परीक्षा की घड़ी होगी। भारतीय टीम में कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं, जो मैच जिताने में सक्षम हैं। भारतीय टीम तीन बार खिताब जीत चुकी है। वहा आखिरी बार 2014 में चैम्पियन बनी थी। पिछले काफी समय से अंडर 19 टीम के कोच द्रविड़ किसी एक खिलाड़ी या खिलाड़ियों पर फोकस नहीं करना चाहेंगे लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि कप्तान पृथ्वी शॉ बल्लेबाजी की धुरी होंगे। मुंबई के लिये घरेलू सत्र में उम्दा प्रदर्शन करने वाले शॉ के अलावा हिमांशु राणा भी अच्छे फॉर्म में हैं।