कासगंज। जिला अधिकारी कासगंज और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से तिरंगा यात्रा निकालने के लिए कोई परमिशन न होने के आये बयान के बाद से शिवसेना में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। अधिकारियों के इस बयान के बाद शिवसेना ने योगी सरकार की कार्य प्रणाली पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिए है।
शिवसेना जिला प्रमुख वीनू लवानिया का कहना है कि इस देश के देशप्रेमी का कितना दुर्भाग्य है कि राष्ट्रीय पर्व पर राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए भी प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। अगर किसी को राष्ट्रीय पर्व पर ध्वाजारोहण करना है तो उसके लिए भी क्या अब हमे प्रशासन से अनुमति लेनी होगी।
वीनू लवानिया का कहना है कि यह घटना योगी सरकार की असफलता है कि उनके कार्यकाल में राष्ट्रीय पर्व मानाने वाले को गोली मिलती है। शिवसेना ने सरकार से मांग की है कि इस घटना में मारे गए चन्दन को शहीद का दर्जा मिले और उसे परिवारीजन को 25 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए।
शिवसेना ने इस पूरे प्रकाण की सीबीआई जांच की मांग की है जिससे इस घटना के मुख्य आरोपी को फांसी की सजा हो सके और हर व्यक्ति इस तरह की घटना करने से पहले इसके परिणामों को जान ले। अगर वर्तमान सरकार ने इस मामले में उचित कार्यवाही नहीं की तो शिवसेना आरपार की लड़ाई लड़ेगी।