आगरा। पानी की बोतलों के नीचे बड़ी मात्रा में नशे का कारोबार को बढ़ावा देने के लिए गांजे की तस्करी होने जा रही थी। इससे पहले यह युवाओं की जिंदगी में नशा भरता, तत्काल थाना न्यू आगरा पुलिस ने बड़ी मात्रा में है गांजे की खेती को पकड़ा है। पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। गांजे की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।
विधानसभा चुनाव के चलते पुलिस द्वारा लगातार गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। शनिवार रात को न्यू आगरा पुलिस लायर्स कालोनी कट पर चेकिंग कर रही थी। तभी सूचना मिली कि एक ट्रक से गांजा लेकर तस्कर आगरा की ओर आ रहे हैं। पुलिस टीम ने बैरियर लगाकर चेकिंग शुरू कर दी। चेकिंग में एक ट्रक रोका गया। एसओ न्यू आगरा अरविंद निर्वाल ने बताया कि ट्रक में पानी की बीस लीटर की खाली बोतलें भरी हुई थीं। पुलिस बोतल हटाकर चेकिंग की तो ट्रक में प्लास्टिक की 26 बोरियां मिलीं। इनमें 135 पैकेट गांजे के निकले, जिनमें 805 किलोग्राम गांजा भरा था।
पुलिस टीम ने मौके से मध्यप्रदेश के छतरपुर में राजपुर निवासी मोहित सेन,कानपुर के नौबस्ता निवासी जितेंद्र कुमार, कन्नौज में मकरंदपुर निवासी सुभाष चंद्र गौतम और अलीगढ़ के दिल्लीगेट निवासी शोएब मलिक गिरफ्तार किया है। मोहित सेन विशाखापट्टनम से गांजा की तस्करी करता है।
नशे के सौदागर तक नहीं पहुंच पाती पुलिस
गांजे की तस्करी के लिए मोहित सेन को 3 लाख का लालच दिया गया था। तीन लाख रुपये भाड़ा देने के लालच में लेकर उसने जीजा के ट्रक में ही विशाखापट्टनम से गांजा भरवा लिया। उसे आगरा में खपाने के लिए लाए थे। इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आगरा में गांजे की इतनी बड़ी खेप का खरीददार कौन था? कई बार आगरा पुलिस ने गांजे की बड़ी खेप पकड़ी है, लेकिन यह कहां खपाया जाने वाला था, इस तह तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही है।