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जेईएन पेपर लीक कांड 2020 का आरोपी हर्षवर्धन इस आश्रम में काट चुका है फरारी, दो और पेपर लीक कराने का आरोप

by admin
Harshvardhan, accused in JEN paper leak scandal 2020, has spent his life in this ashram, accused of leaking two more papers.

जेईएन पेपर लीक मामले में एसओजी तीन जिलों जयपुर, दौसा और भरतपुर में करीब 12 जगहों पर दबिश देकर आंसर शीट, पेपर के अलावा 20 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद कर चुकी हैं। एसओजी की 12 से अधिक टीमों ने बीते गुरुवार सुबह 4 बजे से जयपुर, दौसा व महुआ में हर्षवर्धन मीणा और राजेंद्र कुमार यादव के 12 ठिकानों पर दबिश दी थी। लेकिन, इसकी प्लानिंग बुधवार देर रात 2 बजे ही एक्टिव हो गई थी। 2 बजे 100 से ज्यादा लोगों की 12 टीमों को खुद एसओजी के एडीजी ने सुबह 3 बजे रवाना किया और हर पल की मॉनिटरिंग करते रहे। एसओजी की इस रेड की थानों को भी भनक नहीं थी। एसओजी टीमों ने डायरेक्ट पहले से तय ठिकानों पर जाकर छापेमारी की। एक तरफ हर्षवर्धन मीणा तो दूसरी तरफ उसके सहयोगी ग्रेड थर्ड टीचर राजेंद्र यादव के जयपुर में चित्रकूट नगर, वैशाली नगर, वर्धमान नगर में भी सर्च किया गया। दोनों जगहों से करोड़ों की प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद किए हैं।

एसओजी के एडीजी और पेपर लीक मामलों की जांच के लिए गठित एसआईटी के प्रभारी आईपीएस वीके सिंह का कहना है कि जेईएन भर्ती का पेपर कुख्यात माफिया जगदीश विश्नोई ने कराया था। पेपर लीक गैंग का सरगना जगदीश विश्नोई ही है। पटवारी हर्षवर्धन सिंह मीणा और अध्यापक राजेंद्र यादव उसकी गैंग के गुर्गे हैं। विश्नोई का नेटवर्क पूरे राजस्थान में है। एसओजी अब एक एक कर पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा दो और सरकारी भर्तियों में पेपर लीक करवाने को लेकर अहम दस्तावेज एसओजी को हर्षवर्धन मीणा के मकान से मिले हैं। हर्षवर्धन मीणा ने दौसा में एक बाबा के आश्रम में 4 बार फरारी काटी थी। पता चला कि हर्षवर्धन ने पेपर चुराकर अकेले महुआ से 30 लोगों को पटवारी परीक्षा पास करवा दी थी। उसके सभी साथी आज भी नौकरी कर रहे हैं, जिनका डेटा एसओजी जुटाएगी।

आश्रम की जमीन का मालिक हर्षवर्धन

एसओजी की एक टीम सुबह दौसा में एक बाबा के आश्रम पहुंची जो गोविंद देव मंदिर के पास बना हुआ है। करीब 5 घंटे तक आश्रम में सर्च किया गया। यहां एक अलग से मकान भी बना हुआ है। इसी मकान में एक बाबा आकर रुकता था। एसओजी की टीम ने सर्च में आश्रम से आंसर शीट, कई परीक्षाओं के पेपर और बिजली बिल के अलावा कई अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। आश्रम में एक अलग से टेंट भी बना रखा है जहां पर पाठ-पूजा की जाती है। सुबह-शाम यहीं पर कीर्तन भी किया जाता है। ज्यादातर आश्रम सूना ही रहता है। बाबा के आने पर ही आश्रम में काफी भीड़भाड़ देखी जाती है। SOG ने हर्षवर्धन की पत्नी की नौकरी को लेकर ससुराल उच्चैन (भरतपुर) में भी दबिश दी। वहां उसके साले से पूछताछ कर अहम जानकारी जुटाई गई है।

राजेंद्र यादव पिछले 23 साल से जयपुर के झोटवाड़ा स्थित सरकारी स्कूल में पदस्थ है। पिछले 10 साल में जगदीश विश्नोई शिक्षक राजेंद्र यादव के मार्फत कई प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपर लीक किए थे। जेईएन भर्ती परीक्षा पेपर लीक करने के लिए जगदीश विश्नोई ने ही अपने एक गुर्गे को राजेंद्र यादव के पास भेजा था। राजेंद्र यादव ने स्ट्रांग रूम का ताला खोलकर जगदीश बिश्नोई के गुर्गे को अंदर भेजा। उसने लिफाफा काट पर पेपर की फोटो खींची और फिर बाहर आ गया। बाद यह पेपर हर्षवर्धन सिंह सहित अन्य लोगों को भेजा गया। एसओजी अब तक 30 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

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