आगरा। अपनी मांगों को लेकर आंदोलित लेखपाल इस बार पीछे हटने के मूड़ में नही है। इसलिए तो प्रदेश भर की तहसीलों पर धरना प्रदर्शन हो रहे हैं। शुक्रवार को आगरा तहसील प्रांगण में श्यामवीर सिंह इन्दोलिया की अध्यक्षता में धरना शुरू हुआ।
सभा को संबोधित करते हुए तहसील के अध्यक्ष एवं मंत्री ने साफ कहा कि विगत चार सालों में सरकार और शासन स्तर से कई बार कार्यवर्त पर हस्ताक्षर करने के बाद उसे राजस्व परिषद से संस्तुति व सहमति अनुमोदन के बाद सरकार के कैबिनेट की कई बैठक हो चुकी है लेकिन आज तक लेखपाल सँवर्ग की मांगो पर कोई कार्यवाही नही हुई और प्रस्ताव भी नही लाया गया। जबकि प्रदेश के समस्त सांसद व विधायकों के समर्थन पत्र को भी मुख्यमंत्री को दिया जा चुका है।
सभा को संबोधित करते हुए लेखपालों ने कहा कि पिछले चार सालों से यह आंदोलन चल रहा है लेकिन अब धैर्य की सीमा जवाब देने लगी है। हमारी सरकार से मांग है कि लेखपालो को 2800 ग्रेड पे, वेतन विंसगति को दूर करना, पद नाम परिवर्तन, शैक्षिक योग्यता स्नातक, पुरानी पेंशन विंसगति, प्रोन्नत कैडर रिव्यू,राजस्व उपनिरीक्षक नियमावली, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का मानदेय का भुगतान और भत्ते की वृद्धि की जाए।
लेखपालों का कहना है कि इस आंदोलन से जनता, सरकार और शासन के कार्य प्रभावित हो रहे हैं लेकिन सरकार को इससे कोई सरोकार नही है इसलिए तो उनकी कोई सुनवाई नही हो रही है। लेखपालो ने भी ठान लिया है कि जब तक उनकी मांगों पर कोई उचित फैसला नही होगा आंदोलन जारी रहेगा।
इस दौरान तहसील अध्यक्ष अजीत सिंह, संदीप शर्मा, भीमसेन वीरपाल सिंह, अशोक वर्मा, रामनरेश तहसील मंत्री राजेश कुमार सिंह, सूरजपाल, राम अवतार, महेश यादव, जानकी प्रसाद, चौधरी भीमसेन जिलाध्यक्ष, प्रताप सिंह जिला मंत्री, डॉ. अश्वनी कुमार मीडिया प्रभारी उपस्थित रहे।