आगरा। कोरोना महामारी में दोनों लहर के दौरान होम्योपैथिक पद्धति से इलाज कर तमाम कोविड संक्रमित मरीजों की जान बचाने वाला नेमिनाथ अस्पताल (Neminath Hospital) इस बार मधुमेह से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए आगे आया है। यहां 16 नवंबर से मधुमेह पीड़ित मरीजों का इलाज नि:शुल्क किया जा रहा है। इसके अलावा अस्पताल में भर्ती होने पर 7 दिन तक डॉक्टर की फीस से लेकर कमरा और दवा दारू का चार्ज भी नहीं लिया जा रहा है।
नेमिनाथ अस्पताल के डॉक्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि चिकित्सक मधुमेह रोगियों को डरा, जीवनभर दवा खिला, इंसुलिन इंजेक्शन के साथ ही खान-पान पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगा, तमाम तरह की जांचें भी करवाते रहते हैं। इसके बाद भी मधुमेह रोग ठीक नहीं होता है। होम्योपैथी में मधुमेह का निश्चित इलाज है।
डॉक्टर गुप्ता के अनुसार ये कोई अतिश्योक्ति नहीं कर रहे हैं बल्कि अब तक हजारों लोगों को मधुमेह से छुटकारा दिला चुके हैं। हकीकत तो यह है कि मधुमेह कोई बीमारी नहीं है। यह जीवनशैली की विकार है और कोई इसे बदलना नहीं चाहता है। खान-पान की आदत को बदलने के स्थान पर दवाओं के नाम पर जहरीले रसायन दिए जा रहे हैं जिनका व्यक्ति आदी हो जाता है। मरीज आजीवन दवा खाता हुआ लुटता रहता है।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि मधुमेह रोगी स्वस्थ होना चाहते हैं तो अपनी जीवन शैली बदलें और होम्योपैथी दवा लें। नेमिनाथ हॉस्पिटल में 16 नवम्बर, 2021 से मधुमेह रोगी भर्ती किए जाएंगे। कमरा, दवा, नर्सिंग, डॉक्टर की फीस और भोजन सबकुछ निःशुल्क होगा। मधुमेह रोगी डायबिटीज की जांच कराकर आएं और होम्योपैथिक इलाज के सात दिन बाद जांच कराएं तो वे स्वयं कहेंगे कि स्वस्थ हो गए हैं। प्रातः 8 बजे से शाम चार बजे तक नेमिनाथ हॉस्पिटल, कुबेरपुर, आगरा के स्वागत पटल पर आकर जानकारी कर सकते हैं। फोन नम्बर 9837257775, 9837247776 पर भी संपर्क किया जा सकता है।