आगरा। आम व्यक्ति को अन्न उपलब्ध कराने वाला अन्नदाता आज खुद कर्ज के तले दबा हुआ है। इस कर्ज को न चुका पाने के कारण किसान ग्लानि से आत्महत्या कर रहा है लेकिन शायद सरकार को इससे कोई सरोकार ही नही है। इसलिए तो कर्ज माफी का लाभ सही किसान तक नही पहुँच रहा है। ऐसा ही कुछ हाल निबोहरा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में देखने को मिला। गुरुवार देर रात एक किसान ने बैंक के कर्ज को न चुका पाने के कारण आत्महत्या कर ली। सुबह परिवार के लोगो को पता चला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इस घटना की सूचना पुलिस को दी गयी। मौके पर पहुँची पुलिस ने पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ली और कानूनी कार्यवाही कर शव को पोस्टमार्टम गृह भेज दिया।
घटना निबोहरा थाना क्षेत्र के गांव रामपुर की है। मृतक किसान के परिवार के लोगों ने बताया कि मृतक रामप्रकाश पर करीब 5 लाख रुपए का कर्ज था। खेती के लिए कुछ कर्ज बैंक से लिया तो कुछ कर्ज लोगों से ले रखा था। कर्ज को लेकर सूदखोर परेशान कर रहे थे। 5 लाख के कर्ज को न चुका पाने के कारण वो कई दिनों से मानसिक तनाव में थे।
परिजनों ने बताया कि गुरुवार रात कर्जे के बोझ के चलते सदमे में आए रामप्रकाश ने खेत पर जाकर पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली। इस घटना की जानकारी उन्हें सुबह हुई। सूचना पर पहुंची इलाका पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।