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आगरा में जाली नोटों का काला कारोबार, डेढ़ साल में लगाया इतना चूना

by admin

आगरा शहर में जाली नोटों का गोरखधंधा चल रहा है। इस सूचना पर आगरा में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) कई दिनों से जाली नोट छापने वाले शातिर अपराधियों की धरपकड़ में जुटी हुई थी। शुक्रवार को स्पेशल टास्क फोर्स को यह सफलता हासिल हुई और उसने ने जाली नोट छापने के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया। एसटीएफ ने जाली नोट छापने के गोरखधंधे मामले में पांच युवक को गिरफ्तार किया है। इनके पास भारी मात्रा में जाली नोट समेत जाली नोट छापने के कई उपकरण बरामद मिले हैं। एसटीएफ ने इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की और थाना सदर पुलिस को सुपुर्द किया

बताया जाता है कि जाली नोट छापने वाले पांच युवक आगरा के रहने वाले हैं। एसटीएफ ने शुक्रवार को सदर थाना क्षेत्र के शहीद नगर फेज दो में छापा मारकर सरगना सहित इन सभी युवकों को पकड़ लिया। ये सभी शातिर बदमाश स्टाम्प पेपर पर 100 रुपये का जाली नोट छापते थे और उन्हें बाजार में चला देते थे। क्योंकि ₹100 के नोट पर कोई भी गंभीरता से नहीं लेता था इसलिए उन्हें चलाने में आसानी होती थी।

एसटीएफ ने मौके से 100 के जाली नोटों की तीन गड्डी, मोबाइल, स्टाम्प पेपर, स्केनर बरामद किये हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो डेढ़ साल से ये धंधा कर रहे थे। अब तक लाखों रुपये खपा चुके हैं।

एसटीएफ ने बताया कि इस पूरे गोरखधंधे का सरगना ओमकार झा निवासी राजपुर चुंगी सदर है। अन्य आरोपियों में अवधेश सविता निवासी शमसाबाद, सुनील सिसौदिया निवासी धिमिश्री शमसाबाद, शिवम तोमर निवासी कहरई ताजगंज और लाखन निवासी मियांपुर फतेहाबाद है। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है

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