आगरा। आगरा कॉलेज के मैदान में रोजगार भारती द्वारा रोजगार प्रोत्साहन मेले का आयोजन किया गया। जिसमें लॉकडाउन में बेरोजगार हुए लोगों के साथ अन्य लोगों द्वारा खाने पीने, ऑर्गेनिक खेती, गोबर की मूर्ति और अन्य व्यापारिक स्टॉल लगाई गईं। मेले में साइकिल पर स्टॉल लगाकर सामान बेचना लोगों के लिए कौतूहल का विषय रहा, जहाँ लोगों ने चाय और नारियल पानी का जमकर लुत्फ उठाया। मेले का आयोजन सुबह 11:00 बजे से 5:00 बजे तक के लिए किया गया जहां आगरा के महापौर नवीन जैन, विधायिका रानी पक्षालिका हेमलता दिवाकर एवं कई और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
रोजगार प्रोत्साहन मेले में बेरोजगार युवकों एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार पर चर्चा की गई और स्वरोजगार के इच्छुक युवक-युवती व महिला-पुरूषों ने अपना पंजीकरण भी कराया। रोजगार भारती के संरक्षक पूरन डाबर ने बताया कि पढ़े-लिखे युवा स्वरोजगार को अपनाकर अपने जीवन को बेहतर बना सकते है। कोई भी कॉफी या चाय की रेहड़ी लगाने वाला भविष्य में कॉफी कैफ़े डे का मालिक बन सकता है। सरकार रोजगार नहीं बल्कि रोजगार के बेहतरीन अवसर दे सकती है।
एमबीए के बाद खोली गोबर से मूर्ति बनाने को फैक्ट्री
एमबीए पास यश खंडेलवाल ने बताया कि लॉकडाउन में मेरी एमबीए पूरी हुई। उस दौरान मेरे पिता और भाई की नौकरी भी चली गईं थी जिसके बाद हम कुछ नया करने की सोच रहे थे। तब हमने सड़क पर घूमती हुई आवारा गायों के रख रखाव को देखते हुए गाय के गोबर से मूर्ति बनाना और अन्य चीजें बनाने के बारे में सोचा। इसके बाद हमने एक फैक्ट्री खोली जहाँ पर गाय के गोबर से मूर्ति के साथ साथ गमले, हवन के उपले, हवन सामग्री बनाने का काम किया जाता है। यश ने बताया कि गोबर के गमले पानी में न गलें इसके लिए उनमें मुल्तानी मिट्टी और चुना मिलाया जाता है। यश का कहना है कि जो लोग गाय के दूध न देने पर उसे बाहर छोड़ देते हैं। वे अब यह देखकर गाय के गोबर को प्रयोग में लाने के लिए गाय को घर में रख कर देखभाल करेंगे।
साइकिल स्टॉल ने किया आकर्षित
रोजगार मेले में वैसे तो बहुत सी स्टॉल लगी हुई थी लेकिन कुछ ऐसी स्टॉल थी जो अधिकतर लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थीं। दरअसल रोजगार भारती के सरंक्षक पूरन डाबर ने अपने बेटे सक्षम के नाम पर साइकिल पर खाने पीने की स्टॉल का एक नया चलन शुरू किया। जिसमें साइकिल पर चाय, राजमा-चावल, नारियल पानी, टिकिया और छोटी मोटी चीजों को बेचने का नया तरीका लोगों के सामने प्रदर्शित किया। एक ग्राहक ने बताया कि साइकिल पर खाने पीने का सामान बेचने का ये तरीका बिल्कुल नया है और सामान भी सस्ता है इसे लोगों द्वारा बहुत पसंद किया जाएगा।
मेले में प्रमुख बैंकों और एमएसएमई सीएफटीआई, पीपीडीसी, डीआईसी द्वारा स्टॉल भी लगाई गईं। जहाँ आने वाले लोगों द्वारा अपना रोजगार खोलने के लिए लोन लेने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी भी ली।
इस मौके पर सीए प्रमोद चौहान, सर्वेश वाजपेयी, रेनूका डंग, नितिन बहल एवं कार्यक्रम की व्यवस्था देख रहे रावी इवेंट के निर्देशक मनीष अग्रवाल भी मौजूद रहे।