आगरा। रामनवमी से दुर्गा मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है। जगह-जगह से लोग अपने घर में पधारी हुई दुर्गा मूर्ति विसर्जन करने के लिए यमुना के घाट पर पहुंच रहे हैं। हालांकि हादसों को देखते हुए यमुना के घाट पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है। प्राइवेट गोताखोर और सरकारी गोताखोर भी लगाए गए हैं तो वहीं जगत जननी मां दुर्गा को विसर्जन करने के लिए लोग अबीर-गुलाल और ढोल नगाड़ों के साथ में यमुना घाट पर पहुंच रहे हैं।

आगरा में अगर यमुना विसर्जन कार्यक्रम की हम बात करें तो आगरा में कैलाश घाट, बल्केश्वर घाट, हाथी घाट, दशहरा घाट पर प्रमुख स्थानों पर मां दुर्गा मूर्ति का विसर्जन होता है। दुर्गा मूर्ति विसर्जन के लिए नगर निगम की ओर से अस्थाई रूप से कुंड बनाए गए। क्योंकि यमुना में सीधे तौर पर प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने रोक लगाई है। इसी दृष्टि से नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से बनाये गए कुंड में जल भरकर मूर्तियों का विसर्जन कराया जा रहा है। मगर मां दुर्गा मूर्ति का विसर्जन करने वाले लोगों का कहना है कि यमुना में कीचड़ और गंदा पानी है। जिसके चलते लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी भी दिख रही है।
आगरा में दुर्गा मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम 2 दिन चलने वाला है। रामनवमी से शुरू हुआ दुर्गा मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम का समापन दशहरे की दोपहर तक होगा।