आगरा। ताजनगरी पहुंची डेनमार्क पीएम मेटे फ्रेडरिकसन ने ताजमहल देखने के बाद आगरा किला का भी दीदार किया। यहां भी पर्यटन विभाग के गाइड नितिन ने आगरा किले के चप्पे-चप्पे और उसके इतिहास से डेनमार्क पीएम और उनके हस्बैंड बो टेनबर्ग को रूबरू कराया। डेनमार्क पीएम मुसम्मन बुर्ज और शीश महल देखकर बहुत ख़ुश हुईं। उन्होंने रिवर फ्रंट साइड से शहर की खूबसूरती को निहारा और अपने पति के साथ जमकर फोटो भी खिंचाए।
शीशमहल-मुसम्मन बुर्ज देख हुए ख़ुश
बताते चलें कि आगरा किला में शीशमहल और मुसम्मन बुर्ज जहां पर औरंगजेब ने शाहजहां को कैद करके रखा था, आमतौर पर ये जगह पर्यटकों के लिए बंद रहती है लेकिन डेनमार्क पीएम की विजिट को देखते हुए यह दोनों जगह खोली गई। डेनमार्क पीएम ने मुसम्मन बुर्ज को अंदर से देखा। वहां उन्होंने गाइड नितिन से औरंगजेब और शाहजहां के इतिहास से जुड़ी जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने शीश महल देखा जहां डेनमार्क पीएम और उनके हस्बैंड दोनों बेहद खुश नजर आए।

गंगा नदी की सफ़ाई पर हुई चर्चा
आगरा किला के रिवर फ्रंट साइड से डेनमार्क पीएम और उनके पति बो टेनबर्ग ने यमुना किनारे बसे शहर को देखा। यहां गाइड नितिन ने उन्हें आगरा शहर में गंगाजल उपलब्ध कराए जाने की भी जानकारी दी। इस दौरान डेनमार्क पीएम ने कहा कि भारत की गंगा नदी को स्वच्छ बनाए जाने को लेकर डेनमार्क सरकार की भारत सरकार से बातचीत चल रही है, इसके लिए वे जल्द ही प्रयास करेंगे।
विजिट से आगरा पर्यटन को लाभ
डेनमार्क पीएम की विजिट को लेकर गाइड नितिन का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान कई महीनों तक ताजमहल बंद रहा। इस दौरान आगरा का पर्यटन जगत बुरी तरह प्रभावित हुआ लेकिन डेढ़ साल बाद किसी देश के पीएम ने ताजमहल की विजिट की है। इससे पूरी दुनिया को यह संदेश गया है कि न केवल ताजमहल बल्कि आगरा के अन्य स्मारक पर्यटकों के लिए सुरक्षित है। क्योंकि 15 अक्टूबर के बाद से विदेशी पर्यटक भारत आ सकते हैं, इसलिए डेनमार्क पीएम की विजिट के बाद निश्चित तौर पर विदेशी पर्यटकों की आगरा शहर में आवाजाही बढ़ेगी जिसका पर्यटन जगत को लाभ मिलेगा।