आगरा। 31 दिसंबर को झगड़े में गंभीर रूप से घायल हुए युवक ने गुरुवार को ईलाज के दौरान दम तोड़ दिया। युवक की मौत हो जाने से परिजनों में आक्रोश फैल गया और मृतक के शव को बोदला चौराहे पर रखकर जमकर हंगामा काटा। मृतक के परिजनों के हंगामे के चलते रोड भी जाम हो गया। चौराहे पर शव रखकर हंगामे की सूचना पर क्षेत्रीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस को मौके पर देखकर मृतक के परिजन आक्रोशित हो उठे। मृतक की बहन ने क्षेत्रीय पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगाए। इस बीच जाम लगता देख पुलिस ने मृतक के परिजनों को समझाया और आवश्यक बल का प्रयोग करके मृतक के शव को सड़क से हटवा कर जाम खुलवाया। पुलिस ने मृतक के परिजनों को इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
मामला थाना जगदीशपुर क्षेत्र का है। पुलिस के खिलाफ बोदला चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन कर रहे परिजनों ने बताया कि राहुल के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की थी जिसमे उसे गंभीर चोट आई थी। मारपीट करने वालों के खिलाफ तहरीर दी गयी और वे इस बीच राहुल के ईलाज में व्यस्त रहे। मृतक राहुल की बहन ने बताया कि उसके भाई का इलाज चल रहा था। चिकित्सकों ने कुछ दिन उपचार करके घर भेज दिया लेकिन बीती रात उसकी तबियत बिगड़ी और क्षेत्रीय पुलिस को इसकी सूचना देकर मदद मांगी लेकिन पुलिस एम्बुलेंस भेजने की मदद के नाम पर गुमराह करती रही और राहुल की मौत हो गयी।
मृतक की बहन का आरोप है कि क्षेत्रीय पुलिस ने जान लेवा हमले की तहरीर को ही बदल दिया और मारपीट में मामला दर्ज कर हमलावरों को छोड़ दिया। मृतक की बहन का आरोप है कि लगातार वो पुलिस से इस मामले में हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए कह रहे थे लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नही की। पुलिस की लापरवाही के चलते उसके भाई की मौत हो गयी और हत्यारोपी बाहर घूम रहे है।