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काँग्रेस के ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’ के दो दिवसीय अभियान का हुआ समापन, कार्यकर्ताओं में दिखा जोश

by admin
Congress's two-day campaign of 'Quit the BJP throne' concludes, workers showed enthusiasm

Agra. मिशन यूपी के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। कांग्रेस अब भारतीय जनता पार्टी को हर मुद्दे पर घेर रही है। चाहे वह महंगाई हो या फिर अपराध। भाजपा को घेरने के लिए कांग्रेस ने ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’ अभियान की शुरुआत की है। 9 और 10 अगस्त को यह अभियान उत्तर प्रदेश के हर विधानसभा में जोर शोर के साथ चलाया गया। इस अभियान की झलक आगरा जिले में भी देखने को मिली। शहर अध्यक्ष देवेंद्र कुमार जी के नेतृत्व में शहर में और जिला अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह के नेतृत्व में जिले की विधान सभाओं पर इस अभियान की गूंज सुनाई दी।

रविवार को शहर कांग्रेस कमेटी ने भाजपा गद्दी छोड़ो अभियान की शुरुआत बल्केश्वर से की। बलकेश्वर चौराहे से कांग्रेस का कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए और हाथों पर तख्तियां लेकर चल रहे थे जिन पर महंगाई, अपराध, किसानों का उत्पीड़न, बेरोजगारी महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, व्यापारी का उत्पीड़न जैसे मुद्दे लिखे हुए थे। इन मुद्दों पर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा जा रहा था। ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’ पैदल मार्च के दौरान कांग्रेसियों ने भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आम जनमानस को भाजपा की कथनी और करनी में अंतर भी समझाया। बलकेश्वर और कमला नगर क्षेत्र में भ्रमण करने के बाद इस यात्रा का समापन सफदरगंज चौराहा की पुलिया पर किया गया।

सुल्तानगंज पुलिया चौराहे पर इसआ यात्रा का स्वागत वरिष्ठ कांग्रेसी मुरारी लाल गोयल की ओर से किया गया। इस दौरान नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया जिसमें कांग्रेस के पदाधिकारियों ने भाजपा की जन विरोधी नीतियों से लोगों को रूबरू कराया।

शहर अध्यक्ष देवेंद्र कुमार चिल्लू का कहना था कि अंग्रेज भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के आवाहन पर पूरे देश में शुरू हुआ था। यह आंदोलन महात्मा गांधी द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुंबई अधिवेशन में शुरू किया गया। इस आंदोलन के माध्यम से भारत को तुरंत अंग्रेजी शासन से मुक्ति दिलाना था। ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ और “करो या मरो” का अभियान छेड़ा गया था। इसी क्रम में भारत छोड़ो आंदोलन की 79वीं जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा लगातार बढ़ाई जा रही महंगाई, किसानों के ऊपर हो रहे अत्याचार, बढती बेरोजगारी, दलित, व्यापारियों व महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध, पेगासस जासूसी कांड को लेकर “भाजपा गद्दी छोड़ो” यात्रा निकाली जा रही है। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ब्रिटिश हुकूमत की तरह भाजपा सरकार को उत्तर प्रदेश में उखाड़ फेंकना है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ पश्चिमी जोन के चेयरमैन विनोद बंसल का कहना था कि भाजपा गद्दी छोड़ो अभियान के माध्यम से आरआरएस और बीजेपी के चरित्र को सामने लाना है क्योंकि श्याम प्रसाद मुखर्जी 1941 में मुसलिम लीग की अगुआई में बनने वाली संयुक्त सरकार में शामिल थे।
यह सरकार हिन्दू महासभा और मुसलिम लीग की साझा सरकार थी और उसमें वो वित्त मंत्री थे जबकि इससे पहले 1940 में मुसलिम लीग ने लाहौर सम्मेलन में अलग पाकिस्तान बनाने का प्रस्ताव पारित किया जा चुका था। इनकी कथनी और करनी में क्या अंतर है आम जनमानस को यही समझाना है। इसीलिए इस यात्रा का आयोजन 9 अगस्त को शुरू किया गया था जिसका आज समापन हुआ है।

वरिष्ठ कांग्रेसी राम टंडन का कहना था कि आज महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ते अपराध से आम जनमानस त्रस्त है और कांग्रेस की ओर देख रहा है लेकिन भाजपा सरकार अपने तानाशाही रवैया से आम लोगों के साथ-साथ विपक्ष की आवाज को भी दबाना चाहती है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दो दिवसीय यह यात्रा सफल रही है और आम जनमानस का सहयोग भरपूर मिला है।

वरिष्ठ कांग्रेसी अरविंद दोनेरिया का कहना था कि भाजपा गद्दी छोड़ो अभियान यात्रा 9 अगस्त को शुरू हुआ था जिसका समापन आज 10 अगस्त को किया गया है। इन 2 दिनों तक आगरा शहर की तीनों विधानसभाओं के हर क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की टोली निकाली जिसने आम जनमानस को भाजपा के असली चरित्र और उनकी जनविरोधी नीतियों से रूबरू कराया है।

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