आगरा। कोरोना को हराने के लिए देशभर में किये गए लॉक डाउन से विकट परिस्थितियां पैदा हो गई है। दूसरे प्रदेशों से व अन्य जिलों से काम करने आए दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा चालकों और झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले परिवारों के सामने जीवन यापन के लिए विकराल स्थिति पैदा हो गई है। कोरोना के कारण अब यह लोग सैकड़ो किलोमीटर पैदल चलकर अपने घर पर पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को ऐसे ही एक परिवार से कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने मुलाकात की। यह पूरा परिवार पैदल ही यात्रा करते हुए अपने गांव जा रहा था। इस परिवार में छोटे छोटे बच्चें भी थे। खानपान की कोई व्यवस्था न होने के कारण सड़क किनारे परेशान खड़े थे।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने इस पीड़ित परिवार से बात की जिससे उनका दर्द छलक उठा। कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने पूरे परिवार को ढाढ़स बंधाया और अपने घर में ही रुकने की हिदायत दी। कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने इस परिवार को रसद सामग्री उपलबध कराई और गांव जाने के लिए कोई व्यवस्था न होने तक घर पर ही रुकने का निवेदन किया।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने बताया कि इस पूरे परिवार को झांसी अपने गांव जाना था लेकिन लॉक डाउन के बाद यह मजदूर यहीं फंस गए। ट्रैन और बस बंद होने के कारण जैसे अन्य लोग पैदल ही सफर करने को मजबूर थे तो उनके साथ ही पैदल ही अपने गांव चल दिया। पैदल चलते चलते पूरा परिवार पूरी तरह से टूट गया है। इंसानियत के नाते सड़क से गुजरते वक्त मेरी इस परिवार से मुलाकात हुई और इस परिवार को अपने ही घर में आशियाना दिया है, साथ ही पूरा परिवार भरपूर भोजन कर सके इसके लिए रसद सामग्री भी उपलब्ध कराई है।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित का कहना है कि ऐसे ही हजारों की संख्या में मजदूर अपने घरों के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं। उन्होंने शासन प्रशासन से मांग की है कि ऐसे लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए कोई उचित व्यवस्था की जाए जिससे यह लोग सुरक्षित अपने घर परिवार के पास पहुंच सके।