आगरा। बस हाईजैक मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही इस मामले के मुख्य आरोपी को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ में घायल हुए बस हाईजैक के मास्टरमाइंड प्रदीप गुप्ता उर्फ गुड्डा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वहीं इसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए छापामार कार्यवाही की जा रही है। मुठभेड़ की सूचना पर एसएसपी बबलू कुमार भी मौके पर पहुँच गए और पूरे घटना स्थल का निरीक्षण किया साथ ही जहाँ पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ हुई उस जगह को सील कर दिया गया है।
मंगलवार रात को मलपुरा थाना क्षेत्र के दक्षिण बाईपास टोल प्लाजा पर फाइनेंस कर्मी बनकर कल्पना ट्रेवल्स की बस को हाइजेक कर लिया था और यात्रियों से भरी बस को लेकर फरार हो गए थे। बस के ड्राइवर व कंडक्टर ने सुबह मलपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद से पुलिस तीन राज्यों में इस बस की खोज व आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई थी। एसएसपी बबलू कुमार ने इस घटना के खुलासे में पांच से अधिक टीमों को लगाया था।
गुरुवार सुबह पुलिस को बस हाइजेक के मास्टरमाइंड के खेरागढ़ से आने की सूचना मिली। इस सूचना पर थाना फतेहाबाद क्षेत्र में घेराबन्दी कई गयी। सुबह लगभग 5 बजे मोटरसाइकिल से दो बदमाश आगरा की ओर आ रहे थे तभी पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ हो गयी। इस मुठभेड़ में बस हाइजेक का मास्टरमाइंड घायल हुए लेकिन उसका साथी फरार हो गया। घटना की जानकारी होते ही एसएसपी बबलू कुमार मौके पर पहुँच गए। घायल हुए बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, साथ ही फरार बदमाश की धरपकड़ की जा रही है।
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि बस हाइजेक मामले के मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए 5 टीमें दिन-रात लगी हुई थी। तीन राज्यो में कार्यवाही की जा रही थी, तभी खेरागढ़ की ओर से बदमाशों के आने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर घेराबन्दी की और मुठभेड़ में बस हाइजेक के मुख्य आरोपी प्रदीप गुप्ता के पैर में गोली लगी। घायल प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन मुठभेड़ के दौरान आरोपी का साथी यतीन्द्र मौके से फरार हो गया। एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि पूछताछ में पता चला है कि मामला फाइनेंस का नही बल्कि लेन देन से जुड़ा हुआ है। बस ट्रेवल्स मालिक अशोक अरोड़ा पर आरोपी प्रदीप गुप्ता के बस रजिस्ट्रेशन, परमिट, टैक्स के लगभग 67 लाख रुपये थे। आरोपी को अशोक अरोड़ा से पैसे नहीं मिल पा रहे थे इसलिए आरोपी प्रदीप गुप्ता ने इन्ही पैसे के लिए दो गाड़ियों से 10 लोगों के साथ मिलकर बस हाइजेक की घटना को अंजाम दिया था। एसएसपी आगरा ने बताया कि इस घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 5 टीमें धरपकड़ में जुटी हुई है।