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Bank Strike : निजीकरण के विरोध में बैंक यूनियंस ने सरकार के ख़िलाफ़ खोला मोर्चा, तीन दिन बंद रहेगी बैंक

by admin
Privatisation, Bank Strike

Agra. निजीकरण के विरोध में एक बार फिर बैंक यूनियंस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। निजीकरण के विरोध में बैंक यूनियन ने दो दिवसीय हड़ताल का आह्वाहन किया है जिसके पहले दिन भारी संख्या में बैंक कर्मचारी और अधिकारी हलवाई की बगीची स्थित केनरा बैंक के सर्किल ऑफिस पर एकत्रित हुए और निजीकरण के विरोध में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

दो दिन बंद रहेंगे बैंक

बैंक यूनियंस (Bank Unions) ने बैंकों के प्रस्तावित प्राइवेटाइजेशन (Bank Privatization) के खिलाफ दो दिन के हड़ताल का आह्वान किया है। इस दो दिवसीय हड़ताल के चलते पूरे देश में बैंकों के ब्रांच आज 16 दिसंबर (गुरुवार) और 17 दिसंबर (शुक्रवार) को बंद रहने वाले हैं। इसके अलावा 19 दिसंबर को रविवार की छुट्टी के चलते बैंक बंद रहेंगे। इस तरह पूरे देश में इस सप्ताह बैंक तीन दिन बंद रहने वाले है।

यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरोध में 16 व 17 दिसंबर को बैंक कर्मचारी देशव्यापी हड़ताल हुई है। केंद्र सरकार संसद के मौजूदा सत्र में बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक लेकर आ रही है जिससे भविष्य में किसी भी सरकारी बैंक को निजी क्षेत्र में देने का रास्ता साफ हो जाएगा। बैंक कर्मचारी व अधिकारी सरकार के इस निर्णय के खिलाफ लामबंद होकर 16 व 17 दिसंबर की दो दिन की देशव्यापी हड़ताल पर है।

हड़ताल की वजह

हाल ही में सालाना बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विनिवेश के ज़रिए 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की थी। मोदी सरकार कई सरकारी कंपनियों के साथ-साथ कुछ बैंकों के निजीकरण के ज़रिए इतनी रक़म जुटाएगी। बैंक कर्मचारी संघ वर्तमान सत्र में मौजूदा कानूनों में संशोधन करके दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के सरकार के प्रस्तावित कदम का विरोध कर रहे हैं।

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