ऑस्ट्रेलिया में चूहों के आतंक से वहां के नागरिक परेशान हैं। दरअसल न्यू साउथ वेल्स राज्य में चूहों ने घर में घुसकर लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है। इतना ही नहीं इन्होंने घर के अलावा कृषि भूमि को भी नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। वहीं चूहों के इस खौफ को देखते हुए कृषि मंत्री एडम मार्शल ने हाल ही में कहा है कि , “हम अब एक महत्वपूर्ण बिंदु पर हैं, जहां अगर हम वसंत तक चूहों की संख्या को कम नहीं करते हैं, तो हमें ग्रामीण और क्षेत्रीय न्यू साउथ वेल्स में एक पूर्ण आर्थिक और सामाजिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।’’
सबसे ज्यादा चिंता इस बात पर व्यक्त की जा रही है कि चूहों का प्रकोप अब केवल कृषि भूमि तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि ये अब घरों को भी नुकसान पहुंचा रहे है। वहीं इस दौरान न्यू साउथ वेल्स के एक परिवार ने अपने घर में आग लगने के लिए चूहों को जिम्मेदार ठहराया क्योंकि बिजली के तार चूहों ने चबाएं थे।वहीं ब्रूस बार्न्स नामक एक व्यक्ति ने कहा कि वह मध्य न्यू साउथ वेल्स शहर बोगन गेट के पास अपने परिवार के खेत में फसल लगाकर एक तरह से जुआ खेल रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा, हम बस फसल बोते हैं और उम्मीद करते हैं। आगे उन्होंने कहा कि, चूहे घरों की छतों और किसानों की पानी की टंकियों को मलमूत्र से प्रदूषित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, लोग इस पानी से बीमार हो रहे हैं।
अब न्यू साउथ वेल्स राज्य सरकार ने इन चूहों से निपटने के लिए भारत से प्रतिबंधित जहर ब्रोमैडिओलोन के 5,000 लीटर यानी (1,320 गैलन) का ऑर्डर दिया है। जबकि संघीय सरकार के नियामक ने अभी तक कृषि भूमि पर जहर का उपयोग करने के लिए आपातकालीन आवेदनों को मंजूरी नहीं दी है । कृषि मंत्री एडम मार्शल ने हाल में कहा था, हम अब एक महत्वपूर्ण बिंदु पर हैं, जहां अगर हम बसंत तक चूहों की संख्या को कम नहीं करते हैं, तो हमें ग्रामीण और क्षेत्रीय न्यू साउथ वेल्स में एक पूर्ण आर्थिक और सामाजिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
सरकारी शोधकर्ता स्टीव हेनरी का कहना है कि ये अंदाजा लगाया जाना जल्दबाजी होगी कि बसंत तक कितना नुकसान होगा। हालांकि हेनरी की एजेंसी घरों और कृषि पर चूहों के प्रभाव को कम करने के लिए रणनीति विकसित कर रही है।