महाराष्ट्र में राजधानी मुंबई के अलावा सांगली, अकोला, अमरावती, नागपुर, कोल्हापुर सहित तमाम जिले भारी बारिश के चलते बाढ़ के हालातों से जूझ रहे हैं। वहीं राज्य की कई नदियां उफान पर भी हैं। स्थानीय प्रशासन की टीमों के अतिरिक्त वायुसेना और एनडीआरएफ के साथ-साथ एसडीआरएफ की टीमें लोगों के बचाव के लिए मुस्तैद की गई है। हालांकि इस दौरान भारी बारिश के चलते कई रूटों पर ट्रेन सेवा बाधित कर दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ में भूस्खलन की 4 घटनाएं सामने आई हैं, जिससे सड़क जाम हो गई है। इस घटना पर रायगढ़ जिले की कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया कि अब तक स्थानीय पुलिस ने 15 लोगों का रेस्क्यू किया है। जबकि कम से कम 30 लोग अभी भी अंदर फंसे हुए हैं। वहीं इस प्राकृतिक आपदा से 5 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्धव ठाकरे से कॉल पर चर्चा की और हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। बाद में पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, “महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे से बात की और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की। हालात को सुधारने के लिए केंद्र से हर संभव सहायता आश्वासन दिया। सभी की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना करता हूं।”
बाढ़ के हालातों के बीच एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने चिकली गांव से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। वहीं रायगढ़ के जिला कलेक्टर का कहना है कि कलाई गांव में लैंडस्लाइड की खबर है, फिलहाल अभी इस बात की जानकारी नहीं है कि इस घटनास्थल पर कितना नुकसान हुआ है ।वहीं सीएम कार्यालय से यह जानकारी साझा की गई है कि रत्नागिरी और रायगढ़ में राहत व बचाव कार्य के लिए भारतीय सेना और नौसेना के जवानों को मुस्तैद कर दिया गया है। चिकली गांव का एक वीडियो भी ए एन आई द्वारा साझा किया गया है जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बाढ़ के हालात कितने खतरनाक हैं।
इस दौरान पुणे के भीमाशंकर मंदिर के आसपास भी बाढ़ का नजारा देखने को मिल रहा है यह मंदिर देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। महाराष्ट्र के रत्नागिरी के चिपलून, खेड़ और कुछ अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते बचाव कार्य जारी है। मिली जानकारी के मुताबिक लैंडस्लाइड होने पर परशुराम घाट के पास 2 लोगों की मौत हो गई है।
इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान में बताया गया कि रत्नागिरी जिले में जगबूदी, वशिष्टी, कोदावली, शास्त्री, भव समेत प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके चलते खेड़, चिपलून, लांजा, राजापुर, संगमेश्वर कस्बों इसके आसपास के क्षेत्र प्रभावित हैं। सरकारी एजेंसियां यहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रही हैं। गुरुवार को सीएम उद्धव ठाकरे ने रत्नागिरी और रायगढ़ के हालात की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बताया कि मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।