आगरा। सिकंदरा बोदला मार्ग पर उस समय अफरा तफरी मच गई जब कुछ लोगों ने एक हॉस्पिटल में जमकर तोड़फोड़ करना शुरु कर दिया। आक्रोशित लोगों ने हॉस्पिटल में तोड़फोड़ करने के बाद हॉस्पिटल के बाहर की टेंट लागकर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय पुलिस मौके पर पहुँच गयी और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। आक्रोशित लोगों का आरोप था बिना डॉक्टर के ही प्रसूता का ऑपरेशन कर दिया गया, जिससे उसकी तबियत बिगड़ी और मौत हो गई।

मामला सिकंदरा बोदला मार्ग स्थित श्री बांके बिहारी हॉस्पीटल का है। सिकंदरा क्षेत्र के ही रहने वाले कन्हैया ने अपनी पत्नी राधा को प्रसव पीड़ा होने पर इस हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। परिजनों ने बताया कि एक नर्स के कहने पर वे प्रसूता को यहां लेकर आये थे। उसका ऑपरेशन किया गया जिसके बाद अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई। इस पर ऑपरेशन करने वाले कम्पाउंडरों के होश उड़ गये। बताया जाता है कि इस घटना के बाद कम्पाउंडरों ने डॉक्टर को फोन किया, लेकिन कोई डॉक्टर इस हॉस्पीटल में आने के लिये राजी नहीं हुआ। परिजनों ने बताया कि ये हॉस्पीटल सीज हो गया है, इसकी जानकारी उन्हें बाद में हुई, इसीलिए यहां कोई डॉक्टर नहीं आना चाह रहा था। आनन फानन में प्रसूता को परिजन गंभीर स्थिति में जयपुर एसएमएस हॉस्पिटल ले गए। विवाहिता राधा की सोमवार रात को इलाज के दौरान मौत हो गई।
राधा की मौत से गुस्साए परिजनों ने इस हॉस्पीटल में हंगामा करना शुरू कर दिया। यह देख कम्पाउंडर वहां से भाग निकले। इसके बाद परिजनों ने सिकंदरा बोदला मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम लगने से रोड का यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। सूचना मिलते ही सिकंदरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। सिकंदरा पुलिस ने परिवारी जनों को समझा-बुझाकर न्याय का दिलाने का आश्वासन देते हुए जाम खुलवाया और शव को पोस्टमार्टम ग्रह भेज दिया।
परिजनों का कहना है हमें न्याय नहीं मिला तो हम पोस्टमार्टम के बाद अपने न्याय के लिए मृतिका के शव को बांके बिहारी हॉस्पिटल और थाना सिकंदरा लेकर आएंगे और अपने न्याय के लिए लड़ेंगे जबकि कल ही स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा हॉस्पिटल को सीज कर दिया गया है।