आगरा। सावन के महीने की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में जगह-जगह शिवालयों पर पूजा अर्चना और आराधना का दौर शुरू हो चुका है। श्रावण मास के शुरू होते ही शिवसेना ने एक बार फिर ताजमहल को शिव मंदिर यानी तेजोमहल बताकर ताजमहल में पूजा अर्चना की तैयारियां शुरू कर दी है। श्रावण मास के शुरु होते ही शिव सेना जिला प्रमुख वीनू लवानिया मीडिया से रूबरू हुए और एक बार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आ गए।
शिवसेना जिला प्रमुख वीनू लवानिया ने साफ कहा कि आगरा में स्थापित ऐतिहासिक इमारत ताजमहल कोई मकबरा नहीं बल्कि शिव मंदिर तेजो महल है। मोहब्बत की निशानी ताजमहल को शिव मंदिर तेजोमहल बताने वाले आगरा शिवसेना के जिला प्रमुख वीनू लवानिया ने ऐलान कर दिया है कि वह सावन के चारों सोमवार पर शिव मंदिर तेजो महल की आरती करेंगे।
जिला प्रमुख वीनू लवानिया ने बताया कि ताजमहल के मुख्य द्वार और गुम्बदों पर जो कलाकृति बनी है वो हिन्दू मंदिरों में मिलती है। शंख, त्रिशूल, नाग व अन्य कृतियां हिन्दू मंदिरों की निशानी है। इतना ही नही ताजमहल की भूमि आज भी तहसील में एक राजा के नाम पर रजिस्टर्ड है। इसी को आधार मानकर शिवसेना ताजमहल को शिव मंदिर मानती है।
शिवसेना जिला प्रमुख के इस विवादित बयान के बाद प्रशासन चौकन्ना है तो वहीं शिवसेना जिला प्रमुख वीनू लवानिया का दावा है कि जिला प्रशासन चाहे कितना ही रोकने का प्रयास क्यों ना करें साम दाम दंड भेद से शिव मंदिर तेजोमहाल की आरती करके रहेंगे।