आगरा। कोरोना को लेकर जिला प्रशासन गंभीर हो लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्थायें बेहतर न होने से मरीजों के परिजनों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला पिनाहट थाना क्षेत्र का है। बताया जाता है कि बीती रात एक युवक को सांस लेने में परेशानी होने लगी और छाती में दर्द होने लगा। इस समस्या को लेकर मरीज के परिजन उसे मोटरसाइकिल पर लेकर पिनाहट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। चिकित्सकों ने युवक को चेक किया और कोरोना संदिग्ध लगने पर उसे आगरा के लिए रेफर कर दिया। मरीज के परिजन उसे आगरा ले जाने के लिए एम्बुलेंस का घंटो इंतजार करते रहे लेकिन एम्बुलेंस नही पहुँची। युवक की तबियत बिगड़ता देख उसके परिजन उसे मोटरसाइकिल पर ही पिनाहट से आगरा लेकर निकल पड़े।
कोरोना संदिग्ध के परिजनों ने बताया कि युवक 24 मार्च को ही पंजाब से लौटा है। पंजाब में युवक एक निजी फाइनेंस कंपनी में करता था। लॉक डाउन के बाद वो भी अपने घर लौटा था। बीती रात युवक की अचानक से तबियत बिगड़ गयी। सांस लेने में दिक्कत व सीने में तेज दर्द की शिकायत पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर आये। यहाँ चिकित्सकों ने जांच पड़ताल के बाद कोरोना संदिग्ध लगने पर उसे प्राथमिक उपचार देकर आगरा के लिए रेफर कर दिया। युवक को आगरा ले जाने के लिए एम्बुलेंस चालक को फोन किया और उसे कोरोना संदिग्ध युवक को ले जाने की जानकारी दी गयी लेकिन घण्टो बाद भी एम्बुलेंस नही आई और परिजन मोटरसाइकिल पर ही उसे आगरा के लिए रवाना हो गए।
युवक के परिजनों ने बताया कि उसे बीती रात अधिक तकलीफ हुई जिसपर उसे समुदायिक केंद्र लाया गया था। यहाँ से आगरा रेफर किया। वहीं घंटो इंतजार के बाद एम्बुलेंस न पहुंचने पर उनमें ग़ुस्सा भी था।