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आगरा पुलिस ने शहर को बनाया छावनी, अमन-चैन कायम रहने के साथ बहाल हुई इंटरनेट सेवा

by admin

आगरा पुलिस को कुछ खुफिया तंत्र के द्वारा सूचना मिली थी कि नागरिकता संशोधन बिल को लेकर शहर में कुछ शरारती तत्व शरारत करके शहर की फिजा बिगाड़ सकते हैं। इस सूचना के आधार पर जिला प्रशासन ने एक बार फिर 24 घंटे इंटरनेट सेवा बंद करने का निर्णय लिया था। 24 घंटे इंटरनेट सेवा बंद होने के बाद साल के अंत में आखिरी जुमे पर पड़ने वाली नमाज पर भी पुलिस प्रशासन के अफसर एतिहात बरत रहे थे। सबसे ज्यादा पुलिस का ध्यान मंटोला, ढोलीखार, सैयदपाड़ा, तेलीपाड़ा, लोहामंडी, आजमपाड़ा, सराय ख्वाजा, कच्ची सराय, पक्की सराय, शहीद नगर और चिमनलाल चौराहे की तरफ था। ये ऐसे पॉइंट थे जहां पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। एसएसपी आगरा बबलू कुमार नोडल ऑफिसर बने थे। शहर को जोन और सेक्टरों में बांटा गया था। इसके अलावा इलाकों में ड्यूटी लगाई गई थी। पुलिस और प्रशासन के आला अफसर बकायदा पल पल की स्थिति ले रहे थे।

पौने दो बजे जामा मस्जिद की नमाज के लिए जमात खड़ी हुई। उससे पहले ही भारी संख्या में पुलिस बल पुलिस के आला अफसर प्रशासन से जुड़े लोग मौके पर मौजूद थे। सादा वर्दी में पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी गली और मोहल्लों में फ्लैग मार्च कर के लोगों से जानकारियां जुटा रहे थे।

जुमे की नमाज के दौरान पूरे इलाके को छावनी बना दिया गया था। एसपी सिटी आगरा रोहन पी बोत्रे, एसपीआरए रवि कुमार, एडीएम सिटी आगरा प्रभाकांत अवस्थी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल जामा मस्जिद के चारों ओर तैनात किया गया था। जामा मस्जिद पर जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस चेकिंग भी कर रही थी। इसके अलावा ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही थी।

आधुनिक असलहों से लैस पुलिस के जवानों को देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो ताजनगरी आगरा में एक बड़ा आंदोलनकारियो को रोकने के लिए जगह-जगह पुलिस बल को तैनात किया गया हो। वहीं पल पल की अपडेट ली जा रही थी। पुलिस कंट्रोल रूम को प्रभावी बनाया गया था। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस लाइन में तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के हाथों में डंडा और हेलमेट थमाकर शहर की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया था।

दूसरी तरफ़ शहर में क्षेत्राधिकारी से लेकर थानेदार फ्लैग मार्च करते नजर आ रहे थे। सीओ सदर विकास जायसवाल के नेतृत्व में ताजगंज, रकाबगंज और सदर सहित महिला थानों का फोर्स और मजिस्ट्रेट को भी जगह-जगह तैनात किया गया था। जहां देखो वहां पुलिस ही पुलिस नजर आ रही थी। वर्दी में तैनात पुलिसवालों के अलावा एलआईयू और सादा वर्दी में भी पुलिस सूचना जुटा रही थी।

सीओ सदर विकास जायसवाल का कहना था कि पुलिस कप्तान और जिलाधिकारी आगरा से मिली दिशा निर्देश के बाद जनपद आगरा के मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पुलिस बल को तैनात किया गया है। संभ्रांत लोगों और नागरिकों के साथ में शांति पीस कमेटी की बैठक को संपन्न कर लिया गया है। अफवाह पर ध्यान देने की अपील की जा रही है और साफ तौर पर दिशा निर्देश हैं कि अगर किसी ने भी शहर की फिजा बिगाड़ने की कोशिश की तो धारा 144 के उल्लंघन के अंतर्गत धारा 188 के तहत प्रभावी कार्यवाही की जाए।

पुलिस-प्रशासन की कड़ी सुरक्षा और सजगता से शुक्रवार को ताजनगरी में अमन और चैन बरकरार रहा। शांति व्यवस्था को देखते हुए आगरा जिले में देर शाम इंटरनेट सेवा भी बहाल कर दी गयी जिससे इंटरनेट उपभोक्ताओं के चेहरे खिल उठे।

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