Home » पैंगोरिया स्वीट हाउस के संचालक को गोली मारने जा रहे दो बदमाशों को आगरा पुलिस ने धर दबोचा

पैंगोरिया स्वीट हाउस के संचालक को गोली मारने जा रहे दो बदमाशों को आगरा पुलिस ने धर दबोचा

by admin
Agra Police caught two miscreants going to shoot the operator of Pangoria Sweet House

Agra. फतेहाबाद में पैंगोरिया स्वीट हाउस के संचालक को गोली मारने जा रहे दो शातिर बदमाशों को पुलिस ने धर दबोचा है। शातिर बदमाश व्यापारी से रंगदारी के रूप में 10 लाख मांग रहे थे और मांग पूरी न होने पर जान से मारने की धमकी दी थी। व्यापारी के साथ अप्रिय घटना करने से पहले ही पुलिस ने बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इस पूरे मामले का खुलासा एसएसपी मुनिराज ने प्रेसवार्ता के दौरान किया। पुलिस के मुताबिक दोनों शातिर बदमाश तारा गैंग के सदस्य है।

मामला फतेहाबाद के पैंगोरिया स्वीट हाउस के मालिक सुभाष चंद्र से जुड़ा हुआ है। लगभग एक हफ्ते पहले सुभाष चंद्र को दुकान खोलने पर एक पत्र मिला था जिसमें तारा गैंग का जिक्र था और व्यापारी को मिलने को कहा गया, साथ ही रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी दी गयी थी। यह पत्र पुरा भगत निवासी संजय की ओर से लिखा गया था। व्यापारी ने इस पत्र को गंभीरता से नही लिया लेकिन दूसरे दिन फिर धमकी भरा पत्र मिला। इसमें लिखा था कि तुम तारा को जानते हो, जिंदा रहना है या नहीं, जल्दी आकर मिलो नहीं तो जिंदा नहीं बचोगे। दूसरे धमकी भरे पत्र से व्यापारी घबरा गया और पुलिस से शिकायत की। क्योंकि पहले भी इस गैंग ने हमला किया था। व्यापारी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरु कर दी।

एसएसपी मुनिराज ने बताया कि दोनों शातिर बदमाश व्यापारी को लगातार खत के माध्यम से धमकी दे रहे थे और रंगदारी मांग रहे थे। पीड़ित ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था जिसके बाद से पुलिस हरेंद्र नट और संजय की धरपकड़ में जुट गई थी। एसएसपी मुनिराज ने बताया कि दोनों शातिर बदमाश की मुखबिर खास से सूचना मिलने पर निबोहरा रोड पर रेलवे क्रासिंग से आगे तिराहे पर घेराबन्दी की और मोटरसाइकिल से आ रहे दोनों शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।

एसएसपी मुनिराज ने बताया कि पूछताछ में दोनों ने कबूल किया है कि वो तारा गैंग के सदस्य है और उसी के निर्देश पर पैंगोरिया स्वीट्स के मालिक को मारने आये थे। गिरफ्तारी के दौरान 315 बोर का तमंचा और जिंदा कारतूस भी बरामद किए है। अभियुक्त संजय एक वर्ष पहले ट्रैक्टर चोरी करने के मामले में जेल गया था तो वही हरेंद्र नट पड़ोस के गांव का रहने वाला है। हरेंद्र अपने मामा की हत्या में तीन माह जेल में रहने के बाद हाल ही से छूटा था। उसने संजय को रुपये देने का आश्वासन देकर इस कार्य मे शामिल किया था।

Related Articles