आगरा। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व यानी गणतंत्र दिवस परेड, इस परेड में भाग लेने का सपना प्रत्येक कैडेट का होता है और उस पर भी राजपथ पर मार्च करते हुए देश के राष्ट्रपति को सलामी देना। अपने इसी सपने को साकार करने के लिए कैडेट्स दिन और रात एक कर देते हैं। एनसीसी आर्मी विंग आगरा कॉलेज, आगरा के कैडेट्स विगत कई दशकों से राजपथ पर मार्च करते हुए शहर व महाविद्यालय के नाम को निरंतर ऊंचाइयों तक पहुंचाते रहे हैं। इस वर्ष 1 उ. प्र. वाहिनी एनसीसी से संबद्ध आगरा कॉलेज आर्मी विंग के दो कैडेट्स 26 जनवरी को जब राजपथ पर खाकी वर्दी पहनकर कदमताल करेंगे तो शहर की जनता अपने इन होनहारों को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर सीधे प्रसारण के माध्यम से देखकर गर्व का अनुभव करेगी।
इस वर्ष स्नातक के छात्र सीनियर अंडर ऑफिसर संतोष ओली, स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा एसयूओ प्रियंका आरडी परेड का हिस्सा बनेंगे और देश के राष्ट्रपति को सलामी देंगे। पिछले वर्ष दोंनो कैडेट्स प्री आरडीसी प्रथम तक पहुंच पाए थे लेकिन इस बार पुन: अथक परिश्रम के बाद उन्होंने अपना लक्ष्य प्राप्त कर लिया। स्नातक की छात्रा सीनियर अंडर ऑफिसर प्रियंका भी अपने दूसरे प्रयास में समस्त बाधाओं को पार करते हुए राजपथ के लिए चयनित हो गई हैं। पिछले वर्ष वह भी प्री आरडीसी प्रथम तक पहुंच पाई थीं लेकिन राजपथ पर चलने का उनका सपना इस बार पूरा हो गया। वहीं स्नातक में ही अध्ययनरत् सीनियर अंडर ऑफिसर संतोष ओली का भी अपने दूसरे प्रयास में आरडीसी के लिए चयन हो गया। वह 26 जनवरी को राजपथ पर मार्च करेंगे।
बता दें कि गणतंत्र दिवस शिविर में भाग लेने के लिए कैडेट को एक लंबी चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। 100 दिन से अधिक दिनों तक अपने घर से दूर रहकर इन शिविरों में अपने आपको कड़े प्रशिक्षण गुजारते हैं। कैडेट को 10-10 दिन के लिए 3 प्रीआईजीसी, 1 आईजीसी तथा तीन प्रीआरडीसी शिविरों में विभिन्न स्तरों पर ड्रिल , कमांड, गार्ड ऑफ़ ऑनर, एनआईएपी आदि प्रतियोगिताओं में अपने आपको सर्वोत्तम सिद्ध करना होता है। इसके उपरांत 1 जनवरी से 31 जनवरी तक गणतंत्र दिवस शिविर में कैडेट प्रतिभाग करते हैं। इस शिविर में सभी कैडेट्स की दिनचर्या बहुत ही परिश्रम से परिपूर्ण होती है। प्रात 4:30 बजे जागरण के साथ एनसीसी निदेशालय स्थित करिअप्पा मैदान में ड्रिल का अभ्यास प्रारंभ हो जाता है, जिसमें भारत के सबसे तेज तर्रार व दक्ष ड्रिल उस्ताद इन कैडेट्स को ड्रिल का अभ्यास कराते हैं। दोपहर भोज के बाद 2:00 बजे फॉल इन (एकत्रीकरण) की सीटी के साथ सायं 4:15 तक सघन अभ्यास चलता है। सायं 4:30 से 6:00 बजे तक रोल कॉल होता है, जिसमें कंटिजेंट कमांडर अपने निदेशालय के कैडेट्स को मोटिवेट करते हैं। शिविर में प्रतिभाग कर रहे कैडेट्स के अनुसार जब राजपथ पर रिहर्सल करना होता है, उस दिन देर रात्रि 1:30 बजे से दिल्ली की भयंकर सर्दी में अभ्यास करना होता है, जो प्रात 11:00 बजे तक चलता है।
सभी कैडेट्स बचे हुए समय में अपनी वर्दी सही करते हैं तथा भारत के अन्य प्रांतों से आए कैडेट्स के साथ मिलकर उनकी संस्कृति, भाषा, खान-पान, वेश-भूषा आदि के बारे में अनुभव साझा करते हैं।
उपरोक्त कैडेट्स के गणतंत्र दिवस परेड में चयन पर एनसीसी आगरा ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर सुरेश यादव, आगरा कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ला, वाहिनी के कमान अधिकारी कर्नल अजय मिश्रा, प्रशासनिक अधिकारी ले. कर्नल एसके राय एवं कंपनी कमांडर लेफ्टिनेंट अमित अग्रवाल ने प्रसन्नता व्यक्त की है तथा कैडेट्स को बधाई दी है।
गत वर्ष गणतंत्र दिवस परेड-2021 में आगरा कॉलेज की तीन छात्राएं एसयूओ लक्ष्मी बसवराज, एसयूओ शिवानी परमार एवं एसयूओ ममता का चयन हुआ था। इनमें से लक्ष्मी बसवराज को उत्तर प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ कैडेट घोषित किया गया था। साथ ही उन्हें एनसीसी महानिदेशक प्रशंसा पत्र से भी सम्मानित किया गया था। एसयूओ लक्ष्मी बसवराज एवं एसयूओ शिवानी परमार को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने राज्यपाल स्वर्ण पदक से भी सम्मानित किया था।