आगरा। राशन वितरण मामले में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर भाजपा सांसद एसपी सिंह बघेल और प्रसपा नेता नितिन कोहली आमने-सामने आ गए है। दोनों में जुबानी जंग शुरू हो गयी है तो वहीं इस मामले में प्रसपा नेता नितिन कोहली के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। मुकदमा दर्ज होने से नाराज प्रसपा नेता नितीन कोहली ने एक प्रेसवार्ता की और सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल पर गंभीर आरोप लगाये।
प्रसपा नेता नितिन कोहली कहना है कि घर के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए गरीब महिलाओं को राशन वितरण किया जा रहा था। इसी बीच वहाँ पहुँचे सांसद प्रो.एसपी सिंह बघेल के समर्थकों ने राशन वितरण कर रहे लोगों के साथ मारपीट कर दी और कानून को अपने हाथों में लिया। इतना ही नहीं, विरोध करने पर सत्ता के दवाब में मुकदमा दर्ज करा दिया।
प्रसपा नेता नितिन कोहली ने फ़ोटो दिखाते हुए कहा कि यह इन तस्वीरों के मुताबिक सांसद बघेल खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर रहे हैं, सड़को पर सेनिटाइजेशन के नाम पर सैकड़ो लोगों के साथ चल रहे हैं। प्रसपा नेता का कहना है कि अगर हम कोरोना बम है तो सांसद प्रो.एसपी सिंह बघेल कोरोना योद्धा कैसे हो सकते है। यह तो हमसे भी ज्यादा खतरनाक कोरोना बम है। प्रसपा नेता नितिन कोहली का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लॉक डाउन व कोरोना के कारण अपने पिता के अंतिम संस्कार में नहीं गए जबकि कोरोना काल में सांसद बघेल अपने समर्थकों के साथ कहीं जन्मदिन मना रहे है तो किसी के यहाँ गमी में पहुँच रहे हैं।
नितिन कोहली ने सांसद प्रो.एसपी सिंह बघेल को बेशर्म आदमी और दलबदलू कहा। उनका कहना कि जब यह दरोगा थे तो उस समय शिवपाल यादव व उनकी पार्टी ने ही उन्हें राजनैतिक पहचान दी थी। उन्होंने एसपी सिंह बघेल को खुली चुनौती दी कि उनके ख़िलाफ़ निर्दलीय चुनाव लड़कर दिखाएं।
प्रसपा नेता की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने भी हमला बोला। उनका कहना था कि प्रसपा नेता का स्तर ही नहीं है कि हम उसको मारे पीटे। सांसद का कहना था कि एक गमी में जाने के दौरान सड़क पर देखा कि काफी भीड़ लग रही थी। ऐसा लगा कि कोई हादसा हो गया है। रुककर देखा तो राशन के लिए महिलाओं की भीड़ थी और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही थी। मैंने बस लोगों से सोशल डिस्टेंशसिंग का पालन कराने को कहा तो इस पर प्रसप नेता बिफर गए। ऐसा होना स्वाभाविक था क्योंकि वह शिवपाल यादव पार्टी की कार्यकर्ता थे और उनसे कोई और उम्मीद भी नहीं की जा सकती थी।