आगरा। चम्बल में आयी बाढ़ ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी थी। ग्रामीणों को अपनी जान बचाने के लिए अपने घर को छोड़कर जंगल मे टीलों पर रहना पड़ा। बाढ़ ने तलहटी के घरों को नष्ट कर दिया था लेकिन जैसे जैसे चंबल के पानी उतर रहा है तो भी ग्रामीणों की दिक्कते कम नही हो रही है। चंबल में पानी उतारने के साथ ही मगरमच्छ आबादी क्षेत्र के पहुँच रहे है। ऐसा ही कुछ थाना खेरा राठौर के गांव नंदगवा के पास देखने को मिला।
पानी में बहते हुए दो मगरमच्छ गोहरा गांव में पहुँच गए। मगरमच्छ को देखकर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। इस दौरान मगरमच्छों ने ग्रामीणों को अपना निशाना बनाया। मगरमच्छों के हमले में कई ग्रामीण बाल बाल बच गए। मगरमच्छों को हमलावर होते देख ग्रामीण बुरी तरह सहम गए है। गांव में मगरमच्छ आने की सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मचारी पहुँच गए। मगरमच्छो को पकड़ने के लिए वनकर्मियों को खासा मशक्कत करनी पड़ी। वनकर्मियों ने बमुश्किल
मगरमच्छो को रेस्क्यू किया और मगरमच्छो को पकड़कर पिनाहट घाट चम्बल नदी में छोड़ दिया। रेस्क्यू ऑपेरशन पूरा हो जाने पर वनकर्मियों न राहत की सांस ली लेकिन सूचना है कि गोहरा गांव में और भी मगरमच्छ है। चंबल नदी में पानी उतरने के बाद आबादी क्षेत्रों में मगरमच्छो के पहुँचने से ग्रामीणों में दहशत है। वनकर्मियों ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर वो पहुँचे थे। मौके पर 10 फुट लंबे मगरमच्छो को रेस्क्यू कर चंबल नदी में छोड़ा गया है।