आगरा। कोरोना वायरस से चल रही जंग को जीतने के लिए ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 21 दिन का लॉक डाउन किया है और इस दौरान झुग्गी झोपड़ी, फुटपाथ और सड़क किनारे रहने वाले लोगों तक भोजन पहुंचाने की जिम्मेदारी पुलिस व प्रशासन के कंधों पर सौंपी गयी है। कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे इसके लिए समाजसेवी संगठनों के माध्यम से इन देहाड़ी मजदूरों, झुग्गी झोपड़ी व सड़क किनारे फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को लगातार खाना वितरित किया जा रहा है। सरकार और शासन की ओर से भले ही यह दिशा निर्देश जारी किए गए हो लेकिन पुलिस के बड़े अधिकारी स्वेच्छा से इस पुनीत कार्य को अंजाम दे रहे हैं। शहर भर में भ्रमण करके पुलिस की यह बड़े अधिकारी लॉक डाउन का तो जायजा ले रहे हैं वही ऐसे गरीब तबके को भोजन भी उपलब्ध करा रहे हैं।
ऐसा ही कुछ एडीजी अजय आनंद कर रहे हैं। वे बच्चों को भोजन के पैकेट वितरित कर रहे हैं और उनसे वार्ता करते हुए खाना मिलने और परिवार की जानकारी जुटा रहे हैं। इतना ही नहीं इन बच्चों को कोरोना के प्रति जागरूक बनाने के साथ-साथ स्वच्छ रहने को कह रहे हैं। एडीजी अजय आनंद दीवानी के सामने फुटपाथ पर रहने वाले बच्चों को खाना वितरण करने पहुंचे थे। बताया जाता है कि लॉक डाउन का जायजा लेने के साथ-साथ एक समाजसेवी संस्था के साथ एडीजी अजय आनंद दिहाड़ी मजदूर, फुटपाथ व झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली लोगों को खाना पहुंचा रहे हैं।
दीवानी पर जब इन बच्चों को उन्होंने खाने के पैकेट दिए तो उनसे थोड़ी देर एक पिता की तरह वार्ता भी की। एडीजी अजय आनंद ने बच्चों से पूछा की वो इस समय यहाँ क्या कर रहे हैं, कहीं तुम्हारे माता पिता भीख तो नहीं मंगवाते है। इस समय खाना मिल रहा है या नहीं। एक बच्चे ने कहा कि ₹10 का यहां खाना मिलता था वह अब नहीं मिल रहा है। इस दौरान एडीजी अजय आनंद बच्चों को गंदे कपड़े पहने देखा तो उनसे पूछा कि कब से नहीं नहाए हो तो इस प्रश्न को सुनते ही बच्चे मुंह मोड़ने लगे। एक बच्चे ने कहा कि काफी दिन हो गए नहाए नहीं है। इस पर एडीजी अजय आनंद ने उन्हें प्रतिदिन नहाने और स्वच्छ कपड़े पहन कर रहने को कहा जिससे वह किसी भी तरह की बीमारी का शिकार ना हो।
लॉक डाउन के दौरान सड़कों पर घूम कर हर परिस्थिति का जायजा ले रहे एडीजी अजय आनंद लगातार अपने से छोटे व्यक्तियों और बच्चों को इस समय बाहर ना निकलने की हिदायत दे रहे हैं।