आगरा। पिछले दिनों एससी एसटी एक्ट को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद पूरे देश में दलित समाज की ओर से भारत बंद के दौरान किए गए हिंसक प्रदर्शन में अब गिरफ्तारियां होना शुरू हो गयी है। दलित समाज में अपनी पैठ जमाने के लिए कांग्रेस भी आप इस मुद्दे को भुनाने से पीछे नहीं हट रही है।
दो दिन पूर्व भी कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय से दलित समाज के लोगों के हितों की सुरक्षा के लिए जिला मुख्यालयो पर ज्ञापन सौंपने का सर्क्युलर जारी हुआ था जिसके बाद आगरा में शहर और जिला अध्यक्ष ने मिलकर राज्यपाल के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। जिससे किसी निर्दोष दलित समाज की गिरफ्तारी कर उसका उत्पीड़न ना किया जाए।
लेकिन अब एक और सर्कुलर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर की ओर से जारी हुआ है। इस सर्कुलर में साफ लिखा गया है कि कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए अधिवक्ता दलितों के मुकदमों की निशुल्क पैरवी करेंगे। इस सर्कुलर के बाद से कांग्रेस दलितों के सम्मान की रक्षा के लिए खुलकर सामने आ गई है और दलित समाज को एहसास दिलाने का प्रयास किया जा रहा है कि उनके सुख दुख में शामिल हैं।
इतना ही नहीं आगरा में 14 अप्रैल से शुरू हो रही भीम नगरी आयोजन में भी बतौर मुख्य अतिथि के रुप में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को बुलाने की कवायदें की जा रही हैं। इसके लिए भीम नगरी केंद्रीय समिति ने राज बब्बर के माध्यम से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से संपर्क साधा है। कांग्रेस पार्टी इस आमंत्रण को भी गंभीरता से ले रही है जिससे दलित समाज में पार्टी की ओर से एक सकारात्मक संदेश दिया जा सके।
एक ओर हिंसक प्रदर्शन के दौरान पकड़े गए दलित समाज के लोगों की निशुल्क पैरवी का ऐलान किया गया है तो वह भी नगरी में भी कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष के आगमन की कयास लगाए जा रहे हैं। इस सर्कुलर के जारी होने के बाद कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष का कहना था कि पार्टी दलित समाज के सम्मान के लिए लड़ाई लड़ रही है हिंसक प्रदर्शन में कोई भी दलित समाज का निर्दोष व्यक्ति जेल न जाए और जो लोग इस प्रदर्शन में जेल गए हैं उनकी पैरवी की जाएगी। इसके लिए जल्द से जल्द कांग्रेस से जुड़े अधिवक्ताओं की एक बैठक बुलाकर रणनीति तैयार की जा रही है।