आगरा। हिंदू सभ्यता से शुरू होने वाले नव वर्ष को मनाने के लिए शिवसैनिक लाल किला स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे। यहां पर शिवसैनिकों ने नववर्ष के पहले दिन यज्ञ व हवन किया और देश व विश्व शांति के लिए प्रभु से प्रार्थना भी की। इसके बाद भारतीय संस्कृति से शुरू होने वाले नववर्ष जिसे नव संवत्सर भी कहते हैं, इसे मनाने के लिए सभी शिवसैनिक लाल किले के गेट पर पहुंचे जहां पर शिवसैनिकों ने अतिथि देवो भव के तहत विदेशी पर्यटकों का नववर्ष के अवसर पर रोली का तिलक लगाकर स्वागत किया।
शिवसैनिकों ने उन्हें नव संवत्सर की बधाई देते हुए हिन्दू सभ्यता से शुरू होने वाले नव वर्ष की जानकारी भी दी। इस दौरान विदेशी पर्यटकों ने भी शिव सैनिकों को गले लगा कर भाईचारे का संदेश देते हुए नव वर्ष की बधाइयां दी। इस दौरान शिव सैनिकों ने भारतीय युवा पीढ़ी को भी नव संवत्सर यानी हिंदू सभ्यता से शुरू होने वाला नए वर्ष के इतिहास से रूबरू कराया।
शिवसेना प्रमुख वीनू लवानिया का कहना था कि आज भारत में पाश्चात्य संस्कृति पूरी तरह से हावी हो गई है। आज की युवा पीढ़ी नव संवत्सर के बारे में बिल्कुल नहीं जानती इसीलिए उसे भारतीय संस्कृति से रूबरू कराने और इससे जुड़ी जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए नए वर्ष पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिससे लोग पाश्चात्य संस्कृति से मनाए जाने वाले नववर्ष के साथ-साथ हिंदू सभ्यता के नववर्ष को भी मनाएं।