आगरा। समय पर प्रवेश, परीक्षा और परिणाम की सुविधा न देने वाली, छात्रों की समस्याओं से हर समय घिरे रहने वाले डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की साख पर एक बार फिर से बट्टा लग गया है। आगरा विश्वविद्यालय में परीक्षा से संबंधित काम देख रही डिजिटेक एजेंसी बीच में ही काम छोड़ कर भाग गई है। जानकारी मिली है कि आगरा विश्वविद्यालय द्वारा एजेंसी का कुछ भुगतान नहीं किया गया था जिसके चलते एजेंसी काम छोड़ कर चली गई।
बताते चलें कि सत्र 2015 से आगरा विश्वविद्यालय में डिजिटल एजेंसी विश्वविद्यालय परीक्षा से संबंधित कार्य कर रही है। हैरानी वाली बात यह है कि एजेंसी और विश्वविद्यालय के बीच अधिकतम 3 साल का अनुबंध हुआ था। इसके बावजूद वर्ष 2015 से डिजिटल एजेंसी काम कर रही है।
बताया जा रहा है कि एजेंसी का कुछ भुगतान आगरा विश्वविद्यालय के ऊपर बकाया था। जिसके चलते डिजिटल एजेंसी परीक्षा से संबंधित काम बीच में ही छोड़कर चली गई। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि एजेंसी ने अपना काम पूरा नहीं किया जिसके चलते उन्हें भुगतान नहीं किया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डिजिटेक एजेंसी ने भागने से पहले इसका कारण बताते हुए आगरा विश्वविद्यालय के अधिकारियों को लिखित में दिया है। एजेंसी के भाग जाने के बाद आगरा विश्वविद्यालय की मुश्किलें बढ़ेंगी क्योंकि आने वाले कुछ ही दिनों में विश्वविद्यालय की परीक्षाएं होनी हैं, उसकी व्यवस्था अब आगरा विश्वविद्यालय प्रशासन कैसे करेगा यह सोचने वाली बात है।