उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) में 4 किसानों समेत आठ लोगों की मौत का मामला गरमा गया है। जिसके बाद विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने आज लखीमपुर खीरी जाने के लिए जैसे ही कूच किया तो पुलिस ने उन्हें घर से निकलते ही गिरफ़्तार कर लिया। समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) लखीमपुर खीरी जाने के लिए लखनऊ स्थित घर से निकले तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद सपा सुप्रीमो पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर ही बैठ गए। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। पुलिस ने अखिलेश और रामगोपाल यादव को हिरासत में ले लिया।
इससे पहले, पुलिस ने लखीमपुर खीरी जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया। प्रियंका गांधी सोमवार सुबह लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुई थीं, लेकिन उन्हें हरगांव के पास हिरासत में ले लिया गया। इस दौरान, प्रियंका गांधी और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। यूपी कांग्रेस का कहना है कि प्रियंका को पुलिस लाइन ले जाया जा रहा है।
इसी बीच यह भी जानकारी आई है कि सपा नेता अतुल प्रधान ने मेरठ में पुतला फूंकने का प्रयास किया लेकिन मेरठ पुलिस से उनकी मामूली झड़प हुई और पुलिस ने पुतला छीन लिया। जिसके बाद अतुल प्रधान के नेतृत्व में तमाम कार्यकर्ता कमिश्नरी चौराहा पर धरना दे रहे हैं।
बीएसपी सुप्रीमो के करीबी और पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को पुलिस द्वारा नजरबंद करने की खबरें आ रही हैं। बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद एससी मिश्र को कल देर रात यहां लखनऊ में उनके निवास पर नजरबन्द कर दिया गया, जो अभी भी जारी है ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकाण्ड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके. यह अति-दुःखद व निन्दनीय।”
लखीमपुर खीरी के लिए जा रहे तमाम नेताओं को लगातार गिरफ्तार किया जा रहा है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव को लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा था कि वह लखनऊ होते हुए लखीमपुर खीरी के लिए जा रहे थे।