आगरा जनपद के थाना बाह क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा जरार में झोलाछाप के क्लीनिक पर इलाज कराने गए व्यक्ति की गलत इंजेक्शन लगने के कारण मौत हो गई जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस एवं स्वास्थ विभाग टीम ने झोलाछाप के क्लीनिक को सील कर कार्रवाई की है।
उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। लोगों को ठीक और समय पर इलाज मिल सके जिसके लिए समय-समय पर व्यापक संसाधन उपलब्ध करा रही है। स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज ठीक से नहीं होने के चलते ग्रामीण अनजान लोग झोलाछापों डॉक्टरों का सहारा ले रहे हैं जिससे उनके गलत इलाज से अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी के चलते ग्रामीण क्षेत्र में झोलाछापों के क्लिनिको का जाल बिछा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग इन पर कोई कार्यवाही नहीं करता है जिसके चलते उनका धंधा लगातार बढ़ता चला जा रहा है। ऐसा ही एक मामला मामला जनपद आगरा के कोतवाली बाह क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा जरार का प्रकाश में आया जहां एक झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज नहीं मरीज की जान ले ली।
आपको बता दें बच्चू लाल उम्र करीब 50 वर्ष निवासी गांव बिजौली बाह पिछले सप्ताह से सामान्य बीमारी से ग्रसित थे। मंगलवार दोपहर को परिजनों के साथ अपना इलाज कराने के लिए कस्बा जरार में केनरा बैंक के सामने झोलाछाप के क्लीनिक पर डॉक्टर से दवा लेने के लिए गए। झोलाछाप ने उनका इलाज शुरू किया जहां गलत इंजेक्शन एवं दवा के कारण उसकी हालत बिगड़ गई। झोलाछाप डॉक्टर के हाथ-पैर फूल गए और वह क्लीनिक छोड़कर फरार हो गया। परिजन तत्काल बेहोशी की हालत में बच्चू लाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाह लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इससे परिजनों में कोहराम मच गया।
परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप द्वारा लगातार पिता को कई इंजेक्शन लगाए गए, मना करने पर नहीं माने। पुत्री का आरोप है कि गलत इंजेक्शन एवं दवा का इस्तेमाल से उनके पिता की मौत हो गई। परिजनों सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया। पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कस्बा जरार पहुंचकर झोलाछाप के क्लीनिक को सीज कर कार्रवाई कर दी है।